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5 राज्यों के चुनाव निपटते ही ‘तीन तलाक’ पर पाबंदी लगा देगी मोदी सरकार !

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ट्रिपल तलाक मार्च के बाद खत्म कर सकती है। विधानसभा चुनावों की मौजूदा प्रकिया खत्म होने के बाद केन्द्र सरकार संभवत: ‘तीन तलाक’ प्रतिबंधित करने के संबंध में महत्वपूर्ण कदम उठा सकती है, यह संकेत देते हुए केन्द्रीय विधि मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने सपा, कांग्रेस और बसपा को इस विवादित मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।

तीन तलाक महिला सम्मान के खिलाफ
प्रसाद ने कहा कि महिलाओं की जिंदगी और सम्मान को चोट पहुंचाने वाली इस प्रथा को बंद किए जाने की जरूरत है। उच्चतम न्यायालय की तरफ से इसपर केन्द्र सरकार का रुख पूछा गया था। इस पर हमारी तरफ से तीन आधार बनाकर जबाव दिया गया है।

तीन तलाक धर्म से नहीं महिला से जुड़ा मामला
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि कुरीतियों को खत्म करने के लिए केन्द्र सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। तीन तलाक के मुद्दे पर शीर्ष अदालत जाने के लिए तीन आधार बनाए गए हैं। तलाक का मुद्दा किसी धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि यह महिलाओं के सम्मान और गरिमा से जुड़ा हुआ है।

'आस्था का सम्मान लेकिन कुप्रथा के साथ नहीं'
प्रसाद ने कहा, ‘‘हम आस्था का सम्मान करते हैं। लेकिन उपासना पद्धति और कुप्रथा साथ साथ नहीं चल सकते। भाजपा सरकार के मंत्री ने दावा किया सिर्फ केन्द्र सरकार ही महिलाओं का सम्मान करती है। बाकि किसी भी राजनीतिक दल में महिलाओं के लिए न बड़ा स्थान है और न हीं कोई सम्मानजनक पद है।

ये कुप्रथा छीनती है महिलाओं का सम्मान
उन्होंने कहा कि एक साथ तीन बार तलाक बोलने की यह कुप्रथा महिलाओं से उनका सम्मान छीन लेती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र इस ‘‘कुप्रथा को समाप्त करने को प्रतिबद्ध है।’’ केन्द्रीय मंत्री ने कहा था, ‘‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद सरकार तीन तलाक प्रतिबंधित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा सकती है।’’ उत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों में चल रही विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया 11 मार्च को परिणाम आने के साथ समाप्त होगी।

राहुल-अखिलेश स्पष्ट करें रुख
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हम एकमात्र पार्टी हैं जो महिलाओं का सम्मान करती है। अन्य दल न तो महिलाओं को अच्छी जगह देते हैं, और न ही उनका सम्मान करते हैं।’’ लखनउ में इसी मुद्दे को लेकर अपने वार पैने करते हुए प्रसाद ने कहा ‘‘मैं कहता हूं कि अखिलेश, राहुल और मायावती जी तीन तलाक के मुद्दे पर अपने रख स्पष्ट करें।’’ 

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में तीन तलाक के मुद्दे पर प्रदेश की मुस्लिम महिलाओं से राय लेकर उच्चतम न्यायालय में पक्ष रखने का वादा किया है। तीन तलाक राजनीतिक रूप से अलग हटकर एक मुद्दा है लेकिन राहुल, अखिलेश और मायावती इस पर महिलाओं से कोई राय नहीं लेंगे, क्योंकि उन पर तुष्टीकरण की राजनीति हावी है। 

20 इस्लामी देश के नागरिकों ने खत्म की प्रथा
उन्होंने कहा कि दुनिया के 20 इस्लामी देश तीन तलाक की प्रथा को समाप्त कर चुके हैं। वहां इसे शरीयत में दखलंदाजी नहीं माना गया। ऐसे में भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में इस रिवाज को खत्म किया जाना शरीयत के खिलाफ कैसे हो सकता है।

स्वाति सिंह का उदाहरण देते हुए रविशंकर प्रसाद ने बसपा पर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश के विकास के लिए जातिगत राजनीति से ऊपर उठकर महिलाओं को सम्मान देना चाहिए।

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