पुणे। सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) का परिसर कल अचानक ही मारपीट के अखाड़े में तब्दील हो गया जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के बीच अचानक झड़प हो गई। जिसके बाद दोनों संगठनों ने एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया।
एसएफआई कार्यकर्ता माओ चव्हाण ने एबीवीपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि सोलापुर विधान पाषर्द प्रशांत परिचारक की सैनिकों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी और दिल्ली में रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के खिलाफ एसएफआई के कार्यकर्ता एसपीपीयू परिसर में प्रदर्शन कर रहे थे कि अचानक उस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ता वहां आ गए और एसएफआई के कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया।’’
वहीं एबीवीपी कार्यकर्ता प्रदीप गवाडे ने आरोप लगाया कि एसएफआई सदस्य परिसर में एबीवीपी मुर्दाबाद लिखा हुआ पोस्टर लगा रहे थे और जब हमारे सदस्यों ने आपत्ति जतायी तो उन्होंने हमें धमकाना शुरू कर दिया और हम पर हमला कर दिया। पूरे हंगामे को लेकर चतुशरिंगी थाने के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘दोनों संगठन के कार्यकर्ता थाने पहुंचे और एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया।’’