जबलपुर। छह साल में जमा की गई रकम को दोगुना करने का झांसा देकर कई लोगों से लाखों रुपए ऐंठने वाली कंपनी के एजेंट को पुलिस ने आखिरकार बुधवार को गिरफ्तार कर ही लिया। इस मामले में कंपनी के डायरेक्टर को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुका है। कंपनी की ठगी से परेशान महिला निवेशकों ने मामले की शिकायत एसपी एमएस सिकरवार से की थी। जिस पर एसपी ने सिविल लाइंस टीआई अरविंद जैन को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
सिविल लाइंस टीआई ने बताया कि बर्न कंपनी के खिलाफ सिविल लाइंस निवासी ज्योति सोंधिया, कृष्णा पटेल, रोशनी पटेल, कमला सतनामी ने कुछ दिन पहले एसपी से शिकायत की थी। इसमें बताया गया था कि बर्न कंपनी के एजेंट रामफल रजक ने खुद को आस्था बिल्डटेक लिमिटेड कंपनी का अफसर बताते हुए कंपनी में रुपए निवेश करने को कहा था। उसके मुताबिक कंपनी निवेश की गई राशि को छह साल में दोगुना कर उसे वापस कर देगी। उसके झांसे में आकर कई लोगों से वर्ष 2012 में लाखों रुपए कंपनी में जमाकर एफडी कराई।
कंपनी के डायरेक्टर रतनदास गुप्ता ने भी सभी को समय पर रुपए दोगुना होने का आश्वासन दिया था। लेकिन समय पूरा होने पर निवेशकों ने कंपनी के डायरेक्टर से रकम मांगी तो वह टालमटोल करने लगा। महिलाओं को ठगी का एहसास हुआ, तो मामले की शिकायत एसपी से की। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि खुद को अफसर बताने वाला रामफल रजक कंपनी में एजेंट है। कंपनी का डायरेक्टर धनी की कुटिया निवासी रतनदास गुप्ता भी फ्रॉड है।
इस पर दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर रतनदास को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। वहीं, रामफल की तलाश की जा रही थी। बुधवार को पुलिस ने उसके घर में दबिश देकर उसे दबोच लिया। आरोपी ने कई अन्य से धोखाधड़ी की बात कबूल की है।