
मध्यप्रदेश के सतना जिले की रहने वाली एक 10वीं की छात्रा ने दावा किया था कि, उसके साथ जिन्न (भूत) ने जबरन फिजिकल रिलेशन बनाए, जिससे उसे गर्भ ठहर गया। छात्रा को पन्ना के जिला हॉस्पिटल में प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था। वहां उसने 30 जनवरी की रात एक बेटी को जन्म दिया था। इस मामले में सतना की महिला थाना प्रभारी रीना सिंह ने लड़की की लगातार काउंसिलिंग की। तब कहीं जाकर उसने खुलासा किया, उसकी बेटी का पिता उसे पढ़ाने वाला टीचर है। आरोपी को बुधवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। गुरुवार को उसका मेडिकल कराया गया।
पत्नी भाग गई तो छात्रा को फंसा लिया
भागीरथ अहिरवार (36) लड़की के ही गांव के स्कूल में 16 साल से टीचर है। पहले वह संविदा पर नियुक्त था, अब वरिष्ठ अध्यापक है। आरोपी छात्रा के मोहल्ले में ही किराये से रहता है। उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई है। स्कूल में पढ़ाई के दौरान उसका छात्रा से संपर्क बढ़ा। हालांकि छात्रा ने दो साल पहले 10वीं करने के बाद स्कूल छोड़ दिया। आरोपी का कहना है कि वो अपनी ही स्टूडेंट से प्यार करने लगा था। वो उससे शादी करना चाहता था। छात्रा आरोपी को बचाना चाहती थी, इसलिए वो लगातार झूठ बोलती रही। हालांकि काउंसिलिंग के बाद उसने सबकुछ सच-सच बयान कर दिया।
यह था पूरा मामला...
सतना जिले के सिंहपुर थाना अंतर्गत ग्राम शिवराजपुर में रहने वाली एक 10वीं की छात्रा को उसके परिजन किसी भूत-प्रेत की बाधा से पीड़ित मानते रहे। छात्रा बताती रही कि,एक प्रेत उसके संग कई बार जबरन फिजिकल रिलेशन बना चुका है। इससे उसे गर्भ ठहर गया। इसके बाद पन्ना के जिला हॉस्पिटल में उसने एक बेटी को जन्म दिया। छात्रा की बात से उसके परिजन भी सहमत रहे। वे कई बार उसे तांत्रिकों के पास ले गए और झाड़-फूंक कराई लेकिन छात्रा का अब भी यही मानना है कि प्रेत उसका पीछा नहीं छोड़ रहा। यह घटना लोगों के सामने समय सामने आई थी, जब बिन ब्याही छात्रा प्रसव कराने पन्ना जिले के देवेंद्रनगर स्थित 'सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र' पहुंची थी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र' में जब छात्रा ने पति के कॉलम के आगे पित का नाम लिखवाया, तो ड्यूटी पर मौजूद नर्स और डॉक्टर चौंक पड़े थे। नर्स और अन्य स्टॉफ ने जब छात्रा से इस बारे में पूछा, तो उसने प्रेत की कहानी बताई, तो लोगों के पैरों तले से मानों जमीन ही खिसक गई। नर्सों ने फौरन इस मामले की जानकारी देवेंद्रनगर थाने को दी। मौके पर पहुंचीं ASI कंचन सिंह ने छात्रा के बयान लिए। इसके बाद छात्रा को प्रसव के लिए पन्ना के जिला हॉस्पिटल भेज दिया गया था। देवेंद्रनगर थाने ने शून्य पर मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई के लिए सिंहपुर थाना(जिला सतना) को भेजा था। पन्ना के ASP राघवेंद्र सिंह के मुताबिक, यह पहले ही तय था कि इस मामले को दबाने के लिए मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही थी।