
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बहराईच की अपनी रैली के दौरान अखिलेश यादव के ‘गुजरात के गधे’ वाले बयान पर पलटवार करते हुए तंज कसा था कि, ‘अब अखिलेश गधे से भी डरने लगे हैं क्या?’ दिग्विजय सिंह ने मोर्चा संभालते हुए कहा है, 'मोदी जी आप बिल्कुल ठीक फरमा रहे हैं, आप सच में गधे की तरह काम कर रहे हैं।' दिग्विजय सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी बुंदेलखंड के कवि अखिलेंदु अरजेरिया की गधे पर लिखी कविता शेयर की जो इस तरह से है:
गधा प्रेरणास्रोत है, सुना ये हम ने आज
इसी प्रेरणा से चले, अब भारत में राज ?
अब भारत में राज, कहा अखिलेश हैं डरते
डरता हर इंसान, गधा जब ढेन्चू करते
कहें "अखिल" कविराय, लगाते हैं जो दुलत्ती
तन मन धन पर वार, खोलते मन की बत्ती
पीएम मोदी ने अपने भाषण में ये भी कहा था, 'सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे मालिक हैं। गधा वफादार होता है, उसे जो काम दिया जाता है वह पूरा करता है’ उन्होंने कहा था, ‘समाजवादी पार्टी की जातिवादी मानसिकता अब पशुओं में दिखने लगी है। गधा इनको इतना बुरा लगने लगा है। इनकी सरकार इतनी दक्ष है कि किसी मंत्री आजम खां की भैंस खो जाए तो पूरी सरकार उसे खोजने में लग जाती है। यही तो इनकी सरकार की पहचान है।’