
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री का नारा है गरीबों से खीचों और अमीरों को सींचो। उन्होंने कहा कि कालाधन के नाम पर पीएम ने लोगों को बैंकों की लाइन में लाकर खड़ा कर दिया और इससे देशभर के लोगों को तकलीफ हुई। गरीबों का पैसा लेकर बैंकों में जमा किया और उसी के बल पर अमीरों को पैसा दिया।
राहुल ने कहा कि चंद उद्योगपतियों को पैसा देने के लिए प्रधानमंत्री ने लोगों को बैंक की लाइन में लगाया बैंक उद्योगपतियों को पैसा नहीं दे सकता है, इसीलिए लोगों को बैंक की लाइन में खड़ा कर दिया।
नोटबंदी की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि 8 नवंबर को खड़े होते हैं और हंसते हुए कहते है कि आपकी इमानदार कमाई का जो पैसा है, 500 व 1000 रुपए का नोट जिसे किसान, हमारी माताओं बचाकर रखा है उसे बंद करता हूं। राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने उद्योगपतियों का पैसा माफ करने के लिए लोगों को लाइन में खड़ा कर दिया। उस लाइन में हिंदुस्तान के मजदूर, किसान और युवा लाइन में खड़ा था।आप बताइए उन लाइनों में आपको एक भी अमीर, सूट-बूट वाला, एक भी भ्रस्ट आदमी दिखा।
कालाधन पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मोदीजी जहां जाते हैं नए वायदे करते हैं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं करते हैं। मोदीजी की सरकार को स्विस बैंक ने खाताधारकों की लिस्ट भेजी है, जिन चोरों के नाम स्विस सरकार ने भेजे है वह नाम आप लोकसभा व राज्यसभा में क्यों नहीं रखते, पूरा हिंदुस्तान जानना चाहता है कि कौन हैं वो चोर जिन्होंने देश को लूटा है। लेकिन मोदीजी ने देश की गरीबों को लाइन में खड़ा कर दिया