
जिस समय ये वाकया हुआ चव्हाण वहां पर नागपुर नगर निगम चुनाव और जिल परिषद के चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने गए थे। चव्हाण वहां पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री विलास मुत्तेम्वार और अन्य स्थानीय नेताओं के साथ चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
जैसे ही अशोक चव्हाण सभा को संबोधित करने के लिए खड़े हुए कि ललित बघेल नाम के एक युवक ने उनके चेहरे पर स्याही फेंक दी। उसने मुत्तेम्वार के ऊपर भी स्याही फेंकी। ऐसा कहा जा रहा है कि ललित बघेल विरोधी गुट के सदस्य का समर्थक है।
अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रैली के दौरान बघेल को पकड़ लिया और पुलिस के आने से पहले उसकी जमकर धुनाई की और उसके कपड़े भी फाड़ दिए। इस दौरान में बघेल बुरी तरह से घायल हो गया। बाद में चव्हाण ने स्याही फेंकने की घटना को आरएसएस का षड्यंत्र करार आरोप लगाया कि वे रैली को सफल नहीं होने देना चाहते थे। उन्होंने कहा, ऐसी ताकतों के खिलाफ लगातार लड़ते रहेंगे ताकि वह अपनी मंशा में कामयाब ना हो पाएं।