भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र 2013 में पृष्ठ 33 पर स्पष्ट उल्लेख किया गया था कि प्रदेश में बिजली विभाग में कार्य करने वाले समस्त संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जायेगा। घोषणा पत्र में उल्लेख होने के तीन वर्ष बीतने के बाद भी सरकार ने नियमित करने की कार्यवाही तो की नहीं बल्कि बिजली विभाग में कार्य करने वाले सैकड़ों संविदा कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दीं।
मप्र संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर एवं मप्र युनाईटेड फोरम फार पावर इंम्पलाईज एवं इंजीनियर्स के संयोजक व्ही.के.एस परिहार के नेतृत्व में प्रदेश की पांचों विद्युत वितरण कम्पनियों में कार्य करने दस हजार बिजली संविदा कर्मचारी अधिकारी कल बुधवार 15 फरवरी 2017 को एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगें।
बुधवार 15 फरवरी को होने वाली हड़ताल में राजधानी भोपाल के छोला दशहरा मैदान में धरना देकर नियमित किये जाने का वादा निभाने के लिए तथा निष्कासित साथियों की वापसी के लिए प्रदर्शन करेंगें । घोषणा पत्र में किये गये वादे की वादाखिलाफी के खिलाफ तथा घोषणा पत्र जनसंकल्प में किये गये वादे को पुरा करवाने के लिए म.प्र. संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ एवं युनाईटेड फोरम के द्वारा अभी तक 150 विधायकों और 10 सांसदों को ज्ञापन देकर सरकार से वादा पूरा करवाने के लिए कहा है।
संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने सरकार को चेतावनी देते हुये कहा है कि सरकार वादा पूरा करे तथा निष्कासित संविदा कर्मचारियों को बहाल करें, नहीं तो आगामी माह में पूरे प्रदेश के बिजली संविदा कर्मचारी ब्लेक आऊट कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चलें जायेंगें।