
जस्टिस आलोक वर्मा की कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है। याचिकाकर्ता अंतरसिंह दरबार की ओर से अधिवक्ता रवींद्र सिंह छाबड़ा पैरवी कर रहे हैं। विजयवर्गीय की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता शेखर भार्गव, विवेक पटवा ने पक्ष रखा। सुनवाई में तत्कालीन महू थाना प्रभारी दिनेश चौहान ने कोर्ट को बताया कि आरक्षक अनिल अहिरवार ने वीडियो रिकॉर्डिंग के बाद गैलेक्सी कम्प्यूटर से सीडी तैयार करवाई थी।
कोर्ट के निर्देश पर अहिरवार दुकान गए तो पता चला दुकानदार का निधन हो चुका है। इस पर अधिवक्ता छाबड़ा ने कहा कि दुकानदार की मौत पहले हो चुकी थी। यह बात चौहान को पहले से पता होगी। पिछली सुनवाई में बता सकते थे, लेकिन हर बार नई कहानी बताकर कोर्ट के निर्देश और समय का मजाक उड़ा रहे हैं।