भोपाल। भोपाल में रह रहे पाकिस्तान के जासूसों की गिरफ्तारी के दौरान एक पुलिस अधिकारी ने छापे की खबर पहले ही लीक कर दी थी। कहा जा रहा है कि पुलिस अधिकारी ने अपनी पॉवर का यूज करते हुए जासूसी के आरोप में धर लिए गए बदमाश के खिलाफ सिर्फ अवैध हथियार रखने का मामला दर्ज किया। उसे 9 फरवरी को हिरासत में लिया गया था जबकि रिकॉर्ड में उसे 13 फरवरी को गिरफ्तार करना बताया गया है।
सूत्रों के मुताबिक एटीएस जब भोपाल के न्यू मिनाल रेसीडेंसी के एक मकान से इंजीनियर हिमांशु बघेल को हिरासत में लेने की तैयारी कर रही थी, तब एक पुलिस अफसर ने हिमांशु को खबर कर दी। हिमांशु के साथ घर पर उसका भाई और भाभी भी रहते थे। सूचना मिलते ही उसने भाई और भाभी को कहीं भेज दिया और घर में बाहर से ताला लगवा दिया और खुद घर के अंदर बैठ गया। पुलिस पेड़ के रास्ते छत पर गई थी। दरवाजा तोड़कर उसे हिरासत में लिया गया।
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका छतरपुर का ध्रुव सक्सेना भी इसी कॉलोनी में दूसरे मकान में रहता है। ध्रुव और हिमांशु दोस्त हैं। ध्रुव से पूछताछ के बाद ही एटीएस ने हिमांशू के घर पर रेड डाली थी परंतु अब पिपलानी थाने की पुलिस ने इंद्रपुरी ए सेक्टर से कल रात हिमांशु बघेल की गिरफ्तारी बताई है। इसके पास से 315 बोर का कट्टा, एक पिस्टल और चार जिंदा राउंट बरामद करने का मामला दर्ज किया गया है। हिमांशु के पड़ोसियों की मानी जाए तो पुलिस ने इसे घर के 9 फरवरी की रात में उठा लिया था। हिमांशु रीवा का रहने वाला है। इसने पहले अयोध्या क्षेत्र में गोली भी चलाई थी।
हिमांशु को बचाने के लिए...
काउंटर इंटेलीजेंस ने पहले हिमाशु को हिरासत में ले रखा था। पुलिस अफसरों के दबाव में उसे जासूसी के मामले से हटाकर सिर्फ आर्म्स एक्ट के मामले में आरोपी बनाने के लिए पिपलानी पुलिस के हवाले कर दिया गया है।