चंडीगढ़। सेक्टर-34 के इंस्टीट्यूट से आर्किटेक्चर का कोर्स कर रही छात्रा रोजाना की तरह इंस्टीट्यूट गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। तहकीकात करने पर उसका कुछ पता नहीं चला। बाद में, उसका शव मिला। खुलासा हुआ कि उसकी मौत नशे की ओवरडोज के कारण हुई है। वह एक ढाबा कारोबारी की बेटी थी। मामला विशेष कोर्ट में पहुंचा। लगभग ढाई साल पुराने इस चर्चित मामले में दोषियों को आप्रकृतिक सेक्स, आपराधिक साजिश, सबूत मिटाए जाने, गैर-इरादतन हत्या और सामूहिक दुष्कर्म के तहत दोषी करार दिया गया है। तीनों को 20-20 वर्ष कैद का सजा सुनाई गई है।
आरोपियों ने अपने बयानों में बताया था कि वह दलप्रीत सिंह (22), कमल सिंह (29), रजत बेनीवाल (21) व लड़की 18 अक्टूबर 2014 को कार में सबसे पहले एक पार्टी में गए, जहां सब ने ड्रग्स ली और शराब पी। लड़की इस दौरान नशे के ओवरडोज के कारण बेहोश हो गई। इसके बाद उसकी मौत हो गई। जैसे ही तीनों को पता चला कि युवती की मौत हो चुकी है तो उन्होंने मिलकर उसे एक कपड़े में लपेटकर वह राजपुरा रोड के शंभू बैरियर के नाले में फेंक दिया।
आरोप है युवकों ने नशे में लड़की से सामूहिक दुष्कर्म किया। उन्होंने उससे अप्राकृतिक यौन संबंध भी बनाए। इसके कारण युवती की हालत ज्यादा बिगड़ी और उसकी मौत हुई। अदालत ने आरोपियों को 20-20 साल की सजा के अलावा प्रत्येक दोषी पर पांच लाख 22 हजार रुपये का जुर्माना भी ठोका है। अदालत ने लगभग अपने 160 पृष्ठ के आदेश में कहा कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में सफल रहा कि मृतका को अंतिम बार दोषियों के साथ देखा गया था। इससे साफ है कि उन्हें मामले में झूठा नहीं फंसाया गया। जबकि दोषियों की तरफ से बचाव पक्ष ने रहम की अपील की थी।
बेटी पिता के जीवन का अभिन्न हिस्सा
अदालत ने कहा कि एक बेटी अपने पिता के लिए हमेशा से उसके जीवन का अभिन्न हिस्सा होती है। उतनी ही वह भाई के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में अगर वह लापता हो जाए तो परिवार के लोगों का परेशान होना लाजिमी है और उनकी जिंदगी पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
19 अक्टूबर 2014 को युवती का शव राजपुरा के पास नाले में मिला। पुलिस ने युवती का फोन सर्विलेंस पर लगाया था। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली तो खुलासा हुआ कि आखिरी बार उसका रजत के साथ संपर्क हुआ था। पुलिस ने रजत को उसके घर से गिरफ्तार किया था। रजत ने बताया कि नशे की ओवरडोज की वजह से युवती की मौत हो गई। डर के कारण उसने उसका शव नाले में फेंका था।