
मनोज तिवारी को मिली इस टीम में 2007 में उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ़ भारत की तरफ़ से अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था। उसके कुछ समय बाद ही ब्रेट ली की गेंदबाज़ी के सामने मनोज तिवारी चोटिल हो गए और भारतीय टीम से दूर हो गए थे।
उसके बाद मनोज तिवारी ने चोट से उभरकर एक बार फिर भारतीय वन डे टीम में वापसी की और वेस्ट इंडीज के खिलाफ़ शानदार शतक लगाया , उनकी यह शानदार पारी भी उन्हें एक बार फिर भारतीय टीम से दूर होने से नहीं बचा पाई, क्योंकि इसी मैच के दौरान एक बार फिर मनोज तिवारी चोटिल हो गए और उन्हें वापस भारत आना पड़ा।
साल 2017 के बाद एक बार फिर मनोज तिवारी अच्छी फॉर्म में नज़र आ रहे है, अभी हुए सैयद मुश्ताक अली जोनल ट्रॉफी में ईस्ट जोन की तरफ़ से कप्तानी करते हुए मनोज तिवारी ने शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम को फाइनल जीताया।
ईस्ट जोन और नार्थ जोन के बीच खेले गए मैच में मनोज तिवारी ने नाबाद 75 रनों की पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाई। मनोज तिवारी ने अपनी फॉर्म को लेकर कहा, “मैं भाग्य और कड़ी मेहनत दोनों पर भरोसा करता हूँ ,मेरे प्लान के हिसाब से कभी कुछ नहीं हुआ, लेकिन फिर भी मैंने कभी हार नहीं मानी।"
मनोज तिवारी ने आगे भारतीय टीम में दस्तक देते हुए कहा, “मुझे पता है, कि अब मैं युवा नहीं हूँ, लेकिन आशीष नेहरा और युवराज सिंह की कड़ी मेहनत और भारतीय टीम में उनकी वापसी से, मैं बहुत प्रेरित होता हूँ रिद्धिमान साहा से भी, वह भी अभी चोटिल होकर बाहर हुए थे, लेकिन अपने प्रदर्शन की वजह से उन्होंने बहुत जल्दी टीम में वापस जगह बना ली इसलिए मुझे भी बस अपने प्रदर्शन पर ध्यान देना है।