
इमाम ने ये ऐलान यूपी चुनाव के मतदान से 2 दिन पहले किया है। बुखारी अबतक समाजवादी पार्टी का समर्थन कर रहे थे। 2012 के विधानसभा चुनावों के दौरान बुखारी ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था। हालांकि उनके दामाद उमर अली विधानसभा चुनाव हार गए थे। ऐसे में सपा ने उन्हें एमएलसी बनवाया।
मोदी के मुरीद थे बुखारी
अखिलेश सरकार पर निशाना साधते हुए बुखारी ने कहा है कि अखिलेश सरकार ने अपने शासनकाल में मुस्लिमों के लिए कुछ नहीं किया। बुखारी 2014 में बीजेपी के पक्ष में वोट करने का फतवा भी जारी कर चुके हैं।
शाही इमाम अहमद बुखारी के बसपा को समर्थन करने के ऐलान से पहले उलेमा कांउसिल भी बसपा को समर्थन देने का ऐलान कर चुकी है। उलेमा कांउसिल ने भी बसपा को समर्थन देते हुए कहा कि सपा सरकार ने मुस्लिमों के लिए कोई बेहतर काम नहीं किया।