नई दिल्ली। अमेरिका और पाकिस्तान के बीच तनाव पैदा हो गया है। अमेरिका ने पाकिस्तान की सीनेट के डिप्टी चेयरमैन मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी को वीजा देने से इनकार कर दिया है। गुस्साए पाकिस्तान ने भी ऐलान किया है कि वो अपने देश में पाकिस्तानी अधिकारियों और नेताओं का स्वागत नहीं करेंगे।
हैदरी पाक की बड़ी इस्लामिक पार्टी जमियत उलेमा इस्लाम के सेक्रेटरी जनरल भी हैं। पाक सीनेट का 2 मेंबर्स का एक डेलिगेशन न्यूयॉर्क में UN हेडक्वार्टर्स में इंटर-पार्लियामेंट्री यूनियन की मीटिंग में हिस्सा लेने जाने वाला था। हैदरी इस डेलिगेशन को लीड करने वाले थे, लेकिन अब यूएस के इनकार के बाद डेलिगेशन ने अपनी विजिट कैंसल कर दी है। बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिकी प्रेसिडेंट बनने के बाद से वहां मुस्लिम देशों के लोगों को लेकर सख्ती बरती जा रही है।
अमेरिका ने कारण भी नहीं बताया
न्यूज एजेंसी के मुताबिक IPU (इंटर-पार्लियामेंट्री यूनियन) की मीटिंग 13 और 14 फरवरी को होने वाली है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में सोर्सेज के हवाले से बताया गया कि तकनीकी वजहों के आधार पर हैदरी को वीजा नहीं जारी करने का फैसला किया गया। यह मामला फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।
हम भी अमेरिकियों की खातिरदारी नहीं करेंगे
पाक सीनेट के चेयरमैन रजा रब्बानी ने इस मुद्दे में नोटिस लिया है। उनके कहने पर पाक डेलिगेशन ने न्यूयॉर्क की अपनी विजिट कैंसल कर दी है। रब्बानी ने सेक्रेटेरियट को निर्देश दिया है कि वह इस मुद्दे के हल होने तक किसी भी अमेरिकी डेलिगेशन या डिप्लोमैट की खातिरदारी न करे। रब्बानी ने मीडिया में बयान जारी कर कहा है, "मसला हल होने तक पाकिस्तान की सीनेट, सीनेट की स्टैंडिंग कमेटी और सीनेटर्स अमेरिका के किसी भी डेलिगेशन, कांग्रेस के मेंबर्स या यूएस के डिप्लोमैट का वेलकम नहीं करेंगे।"
यूएस एम्बेसी से क्या मिला जवाब?
ऑफिशियल सोर्सेज के हवाले से न्यूजपेपर ने बताया है, "पाक सीनेट के सेक्रेटेरियट ने 2 हफ्ते पहले ऑफिशियल वीजा के लिए अप्लाई किया था। अमेरिका ने पाक डेलिगेशन के दूसरे मेंबर सीनेटर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) सलाहुद्दीन तिरमीजी को 2 दिन पहले ही वीजा कर दिया था। सेक्रेटेरियट ने जब ऑफिशियल चैनल्स के जरिए यूएस एम्बेसी से हैदरी के पासपोर्ट का स्टेटस चेक करवाया तो यह बताया गया कि यूएस अथॉरिटीज ने इस मामले में मंगलवार तक कुछ बता सकेंगे। इसका मतलब साफ था कि हैदरी IPU कॉन्फ्रेंस अटैंड करने के लिए अमेरिका नहीं जा सकेंगे।
मुस्लिम मेजॉरिटी कंट्रीज पर ट्रम्प की नजर
अमेरिका की तरफ से हैदरी को वीजा नहीं जारी करने का कदम यूएस कोर्ट के उस फैसले के बाद उठाया गया है, जिसमें 7 मुस्लिम मेजॉरिटी कंट्री के लोगों को बैन करने के आदेश को बहाल करने से इनकार कर दिया गया था। मुस्लिम देशों के लोगों पर 90 दिनों के लिए अमेरिका आने से पाबंदी लगाने का आदेश यूएस प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने जारी किया था। ट्रम्प ने इस एग्जिक्यूटिव ऑर्डर पर पिछले महीने साइन किए थे। बैन किए गए 7 मुस्लिम मेजॉरिटी कंट्री में ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन शामिल हैं। इस लिस्ट में पाकिस्तान का नाम नहीं है।