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शिवराज सिंह की गारंटी के अवसर का चित्र |
भोपाल। सागर के महापौर अभय दरे का 25 टका से ज्यादा कमीशन लालच वाला आॅडियो वायरल हो गया है। विधानसभा में हंगामा भी हुआ और सीएम शिवराज सिंह ने जांच के आदेश भी दिए। सागर से आने वाले मंत्री गोपाल भार्गव ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया जबकि गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह जांच के नाम पर चुप रहना चाहते हैं। इन सबके बीच यह बताना प्रासंगिक हो जाता है कि सागर में महापौर के चुनाव के समय भाजपा के प्रत्याशी अभय दरे ने क्या संकल्प लिया था और शिवराज सिंह ने किसकी गारंटी ली थी।
नवम्बर 2014 के अंतिम सप्ताह में हुई आमसभा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में सागर से महापौर पद के प्रत्याशी अभय दरे ने घोषणा की थी कि यदि वे सागर के महापौर बनते है तो वेतन-भत्ते और बंगाला कुछ भी नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने ये भी घोषणा की है कि उनके परिवार का कोई भी सदस्य न तो निगम में ठेकेदारी करेगा और न ही किसी प्रकार का लाभ लेगा। वहीं मुख्यमंत्री के सामने महापौर सहित सभी पार्षदों का शपथ पत्र भी पेश किया गया जिसमें पार्षदों के परिवार के लोगों को ठेके से दूर ऱखने की शपथ ली गई थी।
शिवराज सिंह ने ली थी गारंटी
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गारंटी ली थी कि महापौर पद के प्रत्याशी बेहद ईमानदार हैं एवं जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं। शिवराज सिंह ने सागर के विकास की गारंटी ली थी। कहा था कि ये दिन और रात आपकी सेवा करेंगे। जी जान से काम करेंगे। बताते चलें कि अभय दरे, गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह के प्रिय नेता माने जाते हैं। हालांकि भाजपा दावा करती है कि गुटबाजी नहीं है।