
धमकी पहले मिली थी भूकंप अब आया
मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए उत्तराखंड में आए भूकंप को लेकर कहा कि केंन्द्र सरकार इसे लेकर राज्य सराकर के संपर्क में है। इसी भूकंप को लेकर उन्होंने एक फिर से राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिरकार भूकंप आ ही गया, वैसे धमकी तो बहुत पहले मिली थी। कोई तो कारण था कि धरती मां रूठ गई। जब किसी को स्कैम में भी सेवा, नम्रता का भाव नजर आता है तो धरती मां भी दुखी हो जाती है और भूकंप आ जाता है।
हम कुत्तों वाली परंपरा से नहीं आते
इस दौरान पीएम ने सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के सोमवार को दिए भाषण पर पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस कहती है कि उसकी वजह से देश में लोकतंत्र जिंदा है। लेकिन हम कुत्तों वाली परंपरा से नहीं आते। कांग्रेस ने एक ही परिवार को पूरे देश का लोकतंत्र सौप दिया। बता दें कि सोमवार को खड़गे ने कहा था कि गांधी परिवार के लोगों ने देश के लिए जान दी जबकि संघ परिवार से एक कुत्ता भी नहीं आया।
हम देश के लिए मर नहीं पाए, जी तो सकते हैं
पीएम आगे बोले कि हममें में से कई ऐसे लोग है जो देश की आजादी के लिए जान नहीं दे पाए लेकिन देश के लिए जी तो सकते हैं। आजादी से लेकर अब तक रास्ते में कहीं जन शक्ति को भुला दिया गया। मैं आह्वान करता हूं कि हम अपनी जनशक्ति को पहचानें, देश को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करें। उन्होंने आगे कहा कि मैंने लाल किले से कहा था कि हर प्रधानमंत्री ने देश के विकास में सहयोग दिया है। मुझे आश्चर्य हुआ कि किछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने स्वच्छता को भी राजनीतिक मुद्दा बना दिया।
नोटबंदी पर हम पहले दिन से चर्चा को तैयार हैं
नोटबंदी पर विपक्ष के हंगामें को लेकर बोले कि हम पहले दिन से चर्चा करने को तैयार थे लेकिन विपक्ष डरा हुआ था कि इससे सराकर को फायदा ना हो जाए। रेल बजट को लेकर कहा कि जब रेल बजट पहली बार पेश हुआ तब ट्रांसपोर्ट सेक्टर अलग था। अब चीजें अलग हैं। किसी को जिम्मा लेना पड़ेगा कि जो चीजें गलत हो गईं उन्हें देखें, हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।2014 के पहले सदन में आवाज आती थी कि स्कैम में कितना गया और अब आवाज आती है कि मोदी जी कितना लाए।
मुझे चुनाव की नहीं देश की चिंता है
खड़गे पर तंज कसते हुए कहा कि खड़गे कहते हैं कि कालाधन सोने और हीरों में छिपा है जो कि सच है लेकिन खड़गे जी बताएं कि उन्हें यह ज्ञान कब हुआ। आपने पहले कालेधन को लेकर कोई कदम क्यों नहीं उठाए। आपको चुनाव का डर था इसलिए फैसला नहीं ले पाए, लेकिन हमें चुनाव नहीं देश कि चिंता है। मैं अब पीछे नहीं लौटूंगा, मैं गरीबों की लड़ाई लड़ रहा हूं। आपको जवाब देना होगा।
आपने चार्वाक के सिद्धांत को अपना मंत्र बना लिया है
विपक्ष के काम करने के तरीके पर तंज कसते हुए कहा कि आप लोगों में से कई ने चार्वाक के सिद्धांत को अपना मंत्र बना लिया है कि जब तक जियो मजे करो, ऋण लेकर घी पियो। मैं यहां किसी विशेष चीज का जिक्र नही कर रहा क्योंकि भगवंत मान तो कुछ और ही पीने में यकीन करते हैं।
बेनामी कानून को ढीक से पढ़ लें, यह बहुत कठोर है
बेनामी कनून को लेकर कहा कि इसे पास करने की तैयारी हो गई है, सभी इसे ध्यान से पढ़ लें कि यह कितना कठोर कनून है। अपने सीए से बात कर लें। मेंरी अपील है कि मुख्यधारा में आकर देश के विकास में सहयोग करें।
नोटबंदी से हम व्यवस्था का आॅपरेशन कर रहे हैं
नोटबंदी को लेकर कहा कि जब बीमारी का इलाज करवाने जाते हैं तो डॉक्टर दवाई देकर ऑपरेशन करता है ताकि शरीर ठीक रहे वैसे ही नोटबंदी के लिए मजबूत अर्थव्यवस्था जरूरी थी इसलिए सही समय पर निर्णय लिया। विदेशों से कालाधन लाने के लिए हमारी सरकार ने एसआईटी बनाई। 2 लाख से ज्यादा के गहने खरीदने पर पैन कार्ड की बात कही तो बड़े-बड़ों के दिक्कत हुई लेकिन हम नहीं डिगे। स्वच्छ भारत की तरह ही नोटबंदी से देश में करप्शन का सफाया होगा।
अंतरपट में खोजिए, छिपा हुआ हुआ है खोट
इस दौरान उन्होंने काका हाथरसी की कविता की लाइनें पढ़ते हुए कहा कि इसे यूपी चुनाव से ना जोड़ेंं। पीएम ने कहा कि अंतरपट में खोजिए, छिपा हुआ हुआ है खोट, मिल जाएगी आपको बिल्कुल सत्य रिपोर्ट। उन्होंने कहा कि पीएम का विरोध करो आपका काम है लेकिन अच्छी चीजों को आगे बढ़ाएं।
यह भी बोले पीएम
पीएम ने भाषण के दौरान कहा कि आप हर बात में कहते हैं कि कांग्रेस ने किया लेकिन मैं जब उसमें कुछ अच्छा करता हूं तो कहने लगते हो ऐसा संभव ही नहीं। कांग्रेस ने खुद के कामों पर सवाल खड़े किए।
काम के तरीके की बात करें तो हमने रोड बनाने के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया, रेलवे निर्माण में ड्रोन का उपयोग किया।
ऐसे क्या कारण थे कि नारेगा जैसे लोकप्रिय कर्यक्रम के नियमों में आपको 1035 बार बदलाव करने पड़े।
हमने एलईडी बल्ब से 11 हजार करोड़ का बिजली का बिल का किया।
हमारी सरकार के 17 मंत्रालयों की 84 योजनाओं को हमने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से जोड़ा।
पहले राज्यों के मुख्यमंत्री यूरिया के लिए चिट्ठी लिखते थे लेकिन पिछले ढाई साल से किसी सीएम ने इसके लिए चिट्ठी नहीं लिखी।
राष्ट्रपति ने आग्रह किया है कि सभी चुनाव एक साथ होने चाहिए, हमें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
फसल बीमा के माध्यम से किसानों का फायदा होगा।
सर्जिकल स्ट्राइक के चलते विपक्ष में पीड़ा थी लेकिन देश का माहौल देखकर पीछे हटे।