भोपाल। भोपाल पुलिस ने जेलब्रेक करके भागे आतंकियों का एनकाउंटर तो कर दिया लेकिन अब एनकाउंटर करने वाली टीम को जान का खतरा सता रहा है। घबराहट इतनी है कि टीम को स्पेशल सिक्योरिटी मुहैया कराई जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियों का इनपुट है कि आतंकी बदला लेने की फिराक में हैं। जिन पुलिस अफसरों को सुरक्षा व्यवस्था दी गई है, उनमें एसपी, एएसपी, डीएसपी और टीआई रैंक के अफसर शामिल हैं।
इतना ही नहीं थानों को अब सील बंद करने के साथ ही बिना रजिस्टर में एंट्री के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। हालांकि इस संबंध में भोपाल पुलिस का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने तैयार नहीं है। वे अफसरों की सुरक्षा व्यवस्था को रूटीन प्रक्रिया बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं। सूत्रों की माने तो कुछ पुलिस अधिकारियों के घर के बाहर गार्डो की संख्या बढ़ाने के साथ ही उन्हें एके 47 बंदूक से लैस जवान भी मुहैया कराए हैं। बताया जाता है कि इस संबंध में संबंधित थाना क्षेत्र के प्रभारियों को भी सूचित किया गया है। जिससे उनके घर बाहर रात्रि गश्त को बढ़ाया जा सके।
थानों में बिना इंट्री के प्रवेश नहीं
भोपाल के थानों में भी बिना एंट्री के लोगों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा। थाने के मेन गेट के बाहर तैनात पुलिसकर्मी अपने रजिस्ट्रर में नाम पते आदि की एंट्री करते है, उसके बाद ही थाने के अंदर जाने दिया जाता है। यही हाल एसपी नार्थ अरविंद सक्सेना के दफ्तर का भी है। यहां भी बिना एंट्री के प्रवेश बंद कर दिया गया है। हर आने जाने वाले व्यक्ति पर भी नजर रखी जा रही है। साथ ही अन्य थानों में भी लोगों को अंदर आने के लिए पूछताछ की जा रही है।