अगर आप सिर्फ ज्ञान और ओवर कॉन्फिडेंस के दम पर सिविल सर्विसेज का इंटरव्यू पास करने की सोच रहे हैं, तो आपको दोबारा सोचना होगा। समय के साथ इंटरव्यू बोर्ड ने साक्षात्कार के तरीकों में बदलाव कर दिए हैं। अब हो सकता है कि साक्षात्कार के दौरान आप जो कह रहे हैं उसे प्रूफ भी करना पड़े। जैसे आप हॉबी में सिंगिंग, डांस या पेंटिंग बताते हैं तो एक्सपर्ट्स आपको इसे करके भी दिखाने को कह सकता है।
इसके लिए इंटरव्यू हॉल में सारी व्यवस्थाएं पहले से होती हैं। पिछले कुछ समय में इंटरव्यू में यह बातें सामने आईं। एमपीपीएससी 2015 परीक्षा के साक्षात्कार 1 मार्च से शुरू होने जा रहे हैं,जो 4 अ"ङैल तक चलेंगे। इंटरव्यू की प्रेक्टिस कराने और महत्वपूर्ण टिप्स देने के लिए शुक्रवार से सेंट्रल लाइब्रेरी में इंटरव्यू कार्यशाला शुरू हुई।
पहले दिन सामान्य प्रशासन विभाग में उपसचिव सुधीर कोचर ने स्टूडेंट्स को महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि अब इंटरव्यू बोर्ड काफी सख्त हो गया है। वह उम्मीदवारों को अधिक टाइम नहीं देता। इस दौरान उन्होंने मॉक टेस्ट के माध्यम से स्टूडेंट्स को इंटरव्यू के बारे में भी समझाया।
एक्सपर्ट्स के सुझाव
इंटरव्यू स्थल को एक-दो दिन पहले जाकर देख लें, ताकि उसके वातावरण को समझ सकें।
फॉर्मल कपड़े पहन कर जाएं।
जैसे हैं, वैसा ही व्यवहार करें।
आर्टीफिशियल विहेबियर न दिखाएं।
बोर्ड के सदस्यों का मुस्कुराकर अभिनंदन करें।
सवाल के जवाब में सरकार की आलोचना करते समय बैलेंस रखें। कमी बताएं, आलोचना न करें।
कॉन्फिडेंस के साथ बात करें। दूसरों की नकल न करें।
जो जवाब दे सकते हैं, वहीं दें। अनावश्यक बात को न खीचें।
इंटरव्यू आपके धैर्य की परीक्षा है, कठिन और चुभने वाले सवालों पर भी संयम बनाए रखें।
साक्षात्कारकर्ता से जवाब देते समय बहस की स्थिति पैदा ना करें।
एमपीपीएससी साक्षात्कार देने आए एक उम्मीदवार से इंटरव्यू बोर्ड ने हॉबी पूछी। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को अपनी हॉबी बताया। तभी बोर्ड ने वाद्ययंत्र मंगवाए और कम से कम 8 मिनिट तक शास्त्रीय संगीत सुनाने को कह दिया। उम्मीदवार ने ऐसा ही किया। उन्हें इंटरव्यू में अच्छे नम्बर प्राप्त हुए
झूठ बोलकर फंसे
एक उम्मीदवार ने अपनी हॉबी पेंटिंग बताई। बोर्ड ने कलर और कैनवास देते हुए एक निश्चित थीम पर पेंटिंग बनाने को कहा। वह उम्मीदवार ऐसा नहीं कर पाया। एक्सपर्ट्स ने कहा कि इंटरव्यू में झूठ नहीं बोलना चाहिए। बाद में उनका सिलेक्शन नहीं हुआ।
टेस्ट से कम हुआ डर
मैं पहली बार इंटरव्यू देने जा रहा हूं। बोर्ड किस तरह के सवाल पूछता है, इसका अंदाजा नहीं था। इंटरव्यू कार्यशाला में आकर काफी कुछ सीखने को मिला। मेरा कान्फिडेंस बढ़ा है। कुलदीप शर्मा, केंडीडेट
कई अहम टिप्स मिले
इंटरव्यू को लेकर काफी नर्वस थी। लेकिन सेमिनार में आकर कई महत्वपूर्ण टिप्स मिले हैं। इनका इस्तेमाल करके इंटरव्यू को पास करने की पूरी तरह कोशिश करूंगी।