नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान बहराइच में दिए गए भाषण में पहली बार गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान और कश्मीर को लेकर कोई बयान नहीं दिया बल्कि चुनावी बयार में बहते हुए मतदाताओं का वैसा ही मनोरंजन किया जैसा कि अन्य स्टार प्रचारक इन दिनों कर रहे हैं।
यूपी के चुनावी रंगमंच पर काम की बातें कम, ड्रामा ज्यादा हो रहे हैं। पार्टी कोई भी हो, स्टार प्रचारक सिर्फ मनोरंजन कर रहे हैं। 4 चरण की वोटिंग हो गई लेकिन गंभीर मुद्दों पर बहस या बातचीत तो अब तक शुरू ही नहीं हुई। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी इस लिस्ट में शामिल हो गए। पहली बार उन्होंने कश्मीर और पाकिस्तान के गीत नहीं गाए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि राहुल खाट सभाएं कर रहे थे, लेकिन मौका मिलते ही वह साइकिल पर कूदकर सवार हो गए। उन्होंने कहा कि अब मुलायम सिंह यादव ने साइकिल पंचर कर दी है, जबकि शिवपाल सिंह यादव ने उसी साइकिल की चैन तोड़ दी है।
बसपा के बारे में राजनाथ ने कहा कि हाथी की सेहत गिर गई है। हाथी का भोजन गन्ना है लेकिन उसकी सेहत गिर रही है, क्योंकि उसे करेंसी नोट खिलाए गए। उन्होंने कटाक्ष किया कि सपा, बसपा और कांग्रेस ने राज्य भर में कीचड़ फैला रखा है और कीचड़ में ही कमल खिलता है।
याद दिला दें कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पास पाकिस्तान और कश्मीर को लेकर चुनिंदा 108 पंक्तियां हैं। पिछले ढाई साल से वो जहां भी जाते हैं, उनमें से छांटकर 8-10 सुना आते हैं। पहली बार ऐसा हुआ कि उन्होंने परहेज किया। हालांकि सर्जिकल स्ट्राइक की बात तो कर ही डाली।