पटना। बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव परमेश्वर राम की आज लोगों ने जमकर पिटाई कर दी। बीच रास्ते में लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और जूते-चप्पल से जमकर पिटाई कर दी। सुरक्षा बलों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचा लिया नहीं तो उत्तेजित छात्र आज उन्हें बुरी तरह पीटकर घायल कर देते। सनद रहे कि सचिव परमेश्वर ने पेपर लीक हो जाने के बाद भी परीक्षा रद्द ना करने की बात कही थी।
प्रश्नपत्र लीक होने के मामले पर सोमवार को परीक्षार्थियों ने कर्मचारी चयन आयोग का घेराव किया। छात्रों में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रही है। छात्र और कर्मचारियों में झड़प हो गया, जिससे कई छात्र घायल भी हो गए। परिक्षार्थी जमकर नारे बाजी कर रहे है। और इस परीक्षा को रद्द करने के साथ-साथ बीएसएससी के चेयरमेन को भी हटाने की मांग कर रहे है।
छात्रों का कहना है कि बीएसएससी की परीक्षा विवादों में रही है। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। ऐसी परीक्षा से मेधावी छात्रों को मानसिक आघात लगता है। पैसे का खेल होता है और जैसे-तैसे लोग नौकरी पा जाते हैं। शायद बिहार में मेधा का कोई मतलब नहीं और अब यहां नौकरी करना भी संभव नहीं दिख रहा है। अधिकारियों की मिलीभगत के कारण मेधावी छात्रों को अब बिहार से पलायन करना होगा।
आपको बता दें कि रविवार को बिहार एसएससी की परीक्षा हुई थी। लेकिन परीक्षा होने से पहले ही प्रश्नपत्र लीक हो गया। जिससे सुबह से ही इस मामले को लेकर पुलिस विभाग और कर्मचारी चयन आयोग में हड़कंप मचा रहा। जिलाधिकारी और कर्मचारी आयोग की सारी दलीलों को धता बता परीक्षा के प्रश्नपत्र और आंसर शीट बाजारों में हजार-हजार रूपये में बिकते रहे। राजधानी के 72 केंद्रों के अलावा राज्य के 742 केंद्रों पर बीएसएससी की परीक्षा आयोजित की गई थी। हर जगह प्रश्नपत्र लीकेज की बात चर्चा में रही।
परीक्षा समाप्त होने के बाद ही परीक्षार्थियों ने परीक्षा के पहले से वायरल प्रश्न पत्रों में एक सेट को सही बताया। परीक्षार्थियों ने कहा कि इस सेट के प्रश्न हूबहू परीक्षा में पूछे गए थे। उन्होंने परीक्षा को रद करने की मांग की।
वहीं दूसरी ओर बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग के सचिव परमेश्वर राम ने प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना को भ्रामक और गलत बताया। उन्होंने कहा कि राज्य भर से आयोग को प्रश्न लीक होने की कोई सूचना नहीं है। सभी जगह शांतिपूर्ण परीक्षा की सूचना है। किसी भी जिले से प्रश्न लीक होने की सूचना नहीं मिली है।
सचिव परमेश्वर राम ने कहा कि परीक्षा रद नहीं होगी। डीएम को मामले की जांच का आदेश दे दिया गया है। जल्द ही यह सच्चाई सबके सामने आ जाएगी। इस मामले के उजागर होने पर राज्य के शिक्षामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि यह जांच का विषय है। इस तरह छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी। जो भी मसला है, जांच के बाद ही सामने आएगा।