शिक्षा विभाग: अटैच शिक्षकों को बचा रहे DEO कार्रवाई की जद में

जबलपुर। स्कूलों में बच्चों का पढ़ाने-लिखाने का काम छोड़ दूसरे विभागों में अटैच होकर ठाठ से बाबूगिरी या दीगर काम करने वाले शिक्षकों को अब वेतन के लाले पड़ सकते हैं। यदि DEO (आहरण संवितरण अधिकारी) ने अटैच शिक्षकों का वेतन पास किया तो उनके ऊपर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। 

दरअसल शिक्षकों के अटैचमेंट से स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई होती देख कमिश्नर लोक शिक्षण दीप्ति गौड़ मुकर्जी ने कलेक्टर, संभागीय लोकशिक्षण (जेडी) डीईओ को चिट्ठी जारी कर दूसरे विभागों में अटैच शिक्षकों को उनके मूल पदस्थापना में भेजने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा जनगणना, चुनाव कार्य व दूसरे विभागों में अटैच शिक्षकों का ब्योरा 7 दिन के भीतर भेजने कहा है।

शिक्षकों में खलबली
कमिश्नर लोकशिक्षण के आदेश के बाद उन शिक्षकों में खलबली में मच गई है जो स्कूलों में पढ़ाई छोड़ डीईओ,डीपीसी, बीईओ सहित अन्य विभागों में अटैच होकर बाबूगिरी व गैर शैक्षिक काम कर रहे हैं। कमिश्नर ने नियम विरुद्घ तरीके से अटैच शिक्षकों का वेतन निकलने पर जहां डीडीओ को जिम्मेदार माना है वहीं आदेश के आदेश भी शिक्षकों का अटैचमेंट खत्म कर उनके मूल विभाग में पदस्थन न करने पर जेडी, डीईओ को उत्तरदायी मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की हिदायत दी गई है।

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