नई दिल्ली। टीम इंडिया और IPL में पुणे टीम की कप्तानी से हटने के बाद धोनी को विजय हजारे ट्रॉफी में झारखंड टीम की कप्तानी दी गई थी, लेकिन अपने पहले ही मैच में कर्नाटक के खिलाफ धोनी की टीम आखिरी ओवर में 5 रन से मैच हार गई। यह हार टीम को प्रभावित करे या ना करे लेकिन धोनी के करियर को प्रभावित जरूर करेगी।
मैच में कर्नाटक की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 266 रन का स्कोर बनाया। कर्नाटक के लिए उनके कप्तान मनीष पांडे ने सबसे ज्यादा 77 रन बनाए। उनके अलावा रविकुमार समर्थ ने 71 और पवन देशपांडे ने 36 रन की महत्वपूर्ण इनिंग खेली। जवाब में 267 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी धोनी की टीम झारखंड 261 रन पर ऑलआउट हो गई। झारखंड के लिए कप्तान धोनी ने 43 और सौरभ तिवारी ने 68 रन की इनिंग खेली।
धोनी-तिवारी ने की 81 रन की पार्टनरशिप
79 रन पर चार विकेट खोने के बाद धोनी और सौरभ तिवारी ने टीम के लिए 81 रन की अहम पार्टनरशिप की। धोनी ने 50 बॉल पर तीन चौके और 2 छक्कों के साथ 43 रन बनाए। वो 37वें ओवर में बोल्ड हुए, तब टीम का स्कोर 160 रन था। दूसरे छोर पर सौरव तिवारी टिके रहे, लेकिन उन्हें टीम के दूसरे बैट्समैन का ज्यादा साथ नहीं मिला। वो 7वें विकेट के रूप में आउट हुए। आखिरी ओवर में मोनू कुमार और राहुल शुक्ला क्रीज पर थे, लेकिन 23 रन के निजी स्कोर पर राहुल के रन आउट होते ही झारखंड की टीम मैच हार गई, जबकि मैच में एक बॉल बाकी थी।