
एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर गलत बयानबाजी पर कारवाई ना करने पर जवाब मांगा है। बता दें कि कानून के मुताबिक चुनावों के दौरान जाति, धर्म के आधार पर वोट मांगना, ध्रुवीकरण की कोशिश आदि पर प्रतिबंध है। लेकिन यूपी चुनावों के दौरान इमाम बुखारी, योगी आदित्यनाथ और आजम खान जैसे नेता इस कानून की धज्जियां उड़ाते दिखे हैं।
वहीं आश्चर्यजनक रुप से चुनाव आयोग अभी तक इन सारे मामलों पर चुप्पी साधे हुए है। इसके बाद हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर इस मुद्दे पर जवाब मांगा है। बता दें कि हाईकोर्ट ने जवाब के लिए चुनाव आयोग को 16 फरवरी तक का समय दिया है।