
न्यूज वेबसाइट फैक्टर डेली ने अपनी रिपोर्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि ऐप बेस्ड टैक्सी लॉन्च करने का प्लान अप्रैल में ही था, लेकिन इसे अब कमर्शियल लॉन्च में छह महीने लग सकते हैं।बताया जा रहा है कि रिलायंस जियो अपनी इस सेवा के तहत दूसरे लोगों की गाड़ियां नहीं रखेगी। कंपनियां अपनी कैब बनाएगी, जिसपर कंपनी अपने चालक रखेगी। खबरें है कि कंपनी अपनी कैब के लिए कुछ कंपनियों से बात कर रही है। इन कंपनियों से रिलायंस एक साथ कई कारें खरीदेगी, जो कैब के रूप में सड़कों पर दिखेंगी।
फैक्टर डेली ने अपनी रिपोर्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इसे ऐप बेस्ड टैक्सी लॉन्च करने का प्लान अप्रैल में ही था, लेकिन इसे अब कमर्शियल लॉन्च में छह महीने लग सकते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस जियो इसके लिए महिंद्रा और ह्यूंडई से कैब के तौर पर अपनी फ्ली ट बनाने के लिए बातचीत कर रही है. इसके अलावा प्राइसिंग और स्ट्रैटिजी के लिए कंपनी कंसल्टिंग फर्म E&Y से भी बातचीत कर रही है. मुमकिन है अगर कैब सर्विस लॉन्च हुई तो लोगों को जियो सिम जैसे ही ऑफर्स भी मिल सकते हैं.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जियो अपनी ऐप बेस्ड कैब सर्विस बैंगलुरू और चेन्नई से शुरू करेगी. हालांकि इसके तुरंत बाद दिल्ली और मुंबई में भी कदम रख सकती है. इन शहरों के बाद छोटे शहरों जैसे भोपाल और जयपुर में भी इसकी शुरुआत की जा सकती है.