नई दिल्ली। एक मेडिकल रिपोर्ट बताती है कि भारत में लगभग 30000 लोगों को किडनी की जरूरत है। बहुत सारे लोग किडनी के लिए मूल्य चुकाने के लिए तैयार है क्योंकि किडनी के बिना उनका जीवन संकट में आ गया है। दूसरी तरफ इंटरनेट पर किडनी की ऑनलाइन बिक्री हो रही है। अस्पतालों से डाटा कलेक्ट करके व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए संपर्क करके किडनी उपलब्ध कराने के दावे किए जा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या इस प्रकार के लोगों पर भरोसा करना चाहिए:-
ऑनलाइन खरीदारों को किडनी देनी चाहिए या नहीं
द हिंदू ने इस कारोबार के बारे में बड़ा खुलासा किया है। बताया था कि इंटरनेशनल लेवल पर संचालित होने वाली एक वेबसाइट लोगों को किडनी बेचने के लिए प्रेरित कर रही है। एक किडनी के बदले $70000 का मूल्य प्रस्तावित किया जा रहा है। भारतीय मुद्रा में यह रकम ₹5000000 से ज्यादा होती है। यहां लोगों को बताना जरूरी है कि लालच बहुत बड़ा है लेकिन इस लालच में अंधा होने की जरूरत नहीं है। जो व्यक्ति मूल्य प्रस्तावित कर रहे हैं, उनकी कोई विश्वसनीयता नहीं है और इस बात की ज्यादा संभावना है कि वह मानव अंगों की तस्करी से संबंधित किसी अपराधी गिरोह का हिस्सा हो। यदि ऐसा हुआ तो आपका जीवन संकट में पड़ जाएगा।
क्या ऑनलाइन डील करके विदेश में किडनी ट्रांसप्लांट कराना चाहिए
यहां स्पष्ट करना जरूरी है कि भारत में मानव अंगों की खरीद-बिक्री एक गंभीर अपराध है। यदि आप कोशिश करते हैं कि किसी विदेशी वेबसाइट से संपर्क करके किडनी खरीदेंगे और भारत के बाहर जाकर किडनी ट्रांसप्लांट करा लेंगे, तो तय मानिए कि आप अपना जीवन जोखिम में डाल रहे हैं। आपका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो जाएगा। इस संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि वह आपको अपने चुने हुए अस्पताल में ले जाएं और आपको किडनी देने के बजाय मरीज के शरीर से कोई दूसरा अंग चुरा ले। इसलिए बेहतर है कि अपने परिचित डॉक्टर पर विश्वास करें और भारत में ही किडनी ट्रांसप्लांट कराएं। दुनिया भर में मानव अंगों के सबसे वीर दानदाता भारत में पाए जाते हैं।