देश भर में जब ब्याज दरें कम हो रही हैं तब वरिष्ठ नागरिकों को केंद्रीय बजट में पेश उस प्रस्ताव से खुश होना चाहिए, जिसमें 10 साल के लिए सालाना 8 प्रतिशत ब्याज देने की पेशकश की गई है। यह योजना आगामी 1 अप्रैल को भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से शुरू होगी, जो मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना आधार पर ब्याज देगी।
इससे पहले दिसंबर में प्रधानमंत्री ने एक विशेष वरिष्ठ नागरिक फिक्स्ड जमा योजना शुरू की थी, जो 8 प्रतिशत प्रतिफल की गारंटी देती है और इसकी अवधि 8 साल की है। इसमें अधिकतम 7.5 लाख रुपये की निवेश सीमा है। अब सवाल है कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध योजनाओं के मुकाबले ये योजनाएं कैसी हैं?
इससे पहले एलआईसी भी 2014-15 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक ऐसी पेंशन योजना लेकर आई थी, जो सबस्क्रिप्शन के लिए एक साल तक के लिए खुली थी। इसने सालाना 9 प्रतिशत प्रतिफल दिया था। नई योजना भी शुरू होने की तारीख से सबस्क्रिप्शन के लिए एक साल तक खुली रहने की उम्मीद है। लैडर 7 फाइनैंशियल एडवाइजरीज के संस्थापक सुरेश सदगोपन का कहना है कि इस समय तो 8 प्रतिशत ब्याज उन लोगों के लिए आकर्षक लगता है, जो ऊंचे कर दायरे में आते हैं, लेकिन प्रभावी प्रतिफल 8 प्रतिशत से कम रहेगा। वह कहते हैं, 'एन्युइटी में निवेशक की रकम पर कर लगता है। इसे ध्यान में रखते हुए ऐसी योजनाओं में पोर्टफोलियो का केवल एक हिस्सा निवेश करना चाहिए।'
दूसरी बात यह ध्यान में रखनी होगी कि ऐसी येाजनाओं पर ब्याज दर उन लोगों के लिए अधिक होती हैं, जिनकी उम्र ज्यादा होती है। उदाहरण के लिए अगर कोई 70 साल का है तो उसे 60 साल के व्यक्ति के मुकाबले अधिक ब्याज मिलेगा। इसके बावजूद मौजूदा पेंशन योजना की मौजूदा एन्युइटी दर देखते हुए 8 प्रतिशत ब्याज आकर्षक लगता है। मिसाल के तौर पर एलआईसी की एन्युइटी योजना जीवन अक्षय (6) में 60 साल के व्यक्ति के लिए ब्याज दर करीब 7 प्रतिशत है। ब्याज दरें कम होने के बाद आरबीआई ने इस योजना पर ब्याज दिसंबर 2016 से कम कर दिया था।
इंडिया फर्स्ट लाइफ इंश्योरेंस के पूर्व सीईओ और इंश्योरेंसइनबॉक्स डॉट कॉम के संस्थापक पी वेणुगोपाल कहते हैं,'अल्पावधि में अर्जित आय की शुद्ध तुलना करें तो वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सामान्य बैंक एफडी योजना के मुकाबले यह योजना कम प्रतिफल देती है। हालांकि बैंक एफडी दरें बदलती रहती हैं जबकि एन्युइटी दरें निश्चित होती हैं यानी दीर्घ अवधि में एन्युइटी दरें बेहतर रह सकती हैं।
लेकिन अल्प अवधि में थोड़ा जोखिम के लिहाज से देखें तो बैंक एफडी या फिक्स्ड इनकम म्युचुअल फंड एन्युइटी योजनाओं के मुकाबले बेहतर हैं। राष्ट्रीय पेंशन योजना पर भी विचार किया जा सकता है, जो किसी भी समय रकम निकालने की सुविधा के साथ बेहतर प्रतिफल देती है।' वरिष्ठ नागरिक एनसीडी पर भी विचार कर सकते हैं, जो अधिक प्रतिफल दे सकते हैं। हालांकि सदगोपन का कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से यह जरूर याद रहे कि एनसीडी निजी कंपनियां जारी करती हैं जबकि पेंशन योजना एलआईसी जारी करेगी, जो सुरक्षित होगी। राष्ट्रीय बचत पत्र और डाक घर वरिष्ठ नागरिक योजना, जो क्रमश: 8 प्रतिशत और 8.5 प्रतिशत प्रतिफल देती हैं, दूसरे अन्य विकल्प हैं जो तरलता का लाभ देती हैं। हालांकि ब्याज दरें परिवर्तित होती रहती हैं।