
मिलने के बहाने बुलाया था पति को
जावेद(27) और रूबीन(25) की 4 दिसंबर, 2016 को शादी हुई थी। रूबीना और उसका प्रेमी जीतेंद्र कुशवाह छतरपुर जिले के नौगांव से करीब 5 किमी दूर दौरिया के रहने वाले हैं। वहीं जावेद पुत्र समीउल्ला टीकमगढ़ जिले का रहने वाला था। रविवार को सेंदरी टीकमगढ़ से नौगांव पहुंचे एसआई सुबोध मिश्रा और अर्चना यादव ने नौगांव थान प्रभारी विनायक शुक्ला से मुलाकात कर मोबाइल ट्रेस की जानकारी के आधार पर आरोपी को पकड़ा। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। सोमवार को नेशनल हाईवे-75 पर लंबे समय से बंद पड़े सांझा-चूल्हा ढाबे के पीछे आर्मी की जमीन में दफन जावेद की लाश निकाली।
ऐसे दिया था हत्या को अंजाम..
रूबीना और जीतेंद्र के बीच पिछले दो साल से प्रेम संबंध थे। शादी के बाद जब पहली बार रूबीना अपने घर आई, तो उसने जीतेंद्र से अपने मन की बात कही। इसके बाद रूबीना ने 30 दिसंबर को मिलने के बहाने जावेद को दौरिया बुलाया। जावेद ने यहां आने की खबर अपने परिजनों को भी नहीं दी थी। उसी दिन जावेद को जीतेंद्र नौगांव किसी काम के बहाने ले गया। वहां नगर पालिका के बिल्डिंग में दोनों ने शराब पी। फिर जीतेंद्र घूमते-घुमाते जावेद को घटनास्थल पर ले गया। वहां जीतेंद्र ने कट्टे से जावेद को गोली मार दी। इसके बाद वो घर लौट आया। अगले दिन जावेद गेंती-फावड़ा लेकर घटनास्थल पर पहुंचा और लाश को करीब ढाई फीट गहरे गड्ढे में दफन कर दिया।
उधर, जब जावेद घर नहीं पहुंचा, तो उसकी खोज-खबर शुरू हुई। रूबीना से इस बारे में पूछने पर वो टालती रही। आखिरकार जावेद के घरवालों ने 4 जनवरी को सेंदरी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। करीब 55 दिन बाद साइबर सेल ने जावेद के मोबाइल को ट्रेस किया, तो रूबीना और जीतेंद्र पर शक हुआ। इसके बाद 26 फरवरी को सेंदरी पुलिस नौगांव पहुंची अौर जीतेंद्र को पकड़ा। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।