बुलंदशहर/उत्तरप्रदेश। फ्रीगंज रोड स्थित भारतीय जीवन बीमा निगम के एक लाइफ प्लस कार्यालय में तैनात विकास अधिकारी द्वारा सैकड़ों बीमा धारकों का पैसा सोशल ट्रेड कंपनी में लगा दिए जाने की जांच का आदेश दिया गया है। बीमा धारकों की शिकायत पर कार्यालय भी बंद करा दिया गया है।
फ्रीगंज रोड पर भारतीय जीवन बीमा निगम का लाइफ प्लस ऑफिस चल रहा है। इसमें बीमा धारक अपनी किस्त जमा कराते हैं, लेकिन इस कार्यालय पर तैनात विकास अधिकारी भी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी (सोशल ट्रेड) से अछूते नहीं रहे। कंपनी के आकर्षक प्लान के जाल में फंसकर उक्त अधिकारी ने सैकड़ों बीमा धारकों का लाखों रुपया निवेश करा दिया।
अब कंपनी पर एसटीएफ की छापामारी और बीते एक महीने से निवेशकों के खातों में पैसा नहीं पहुंचने पर बीमा धारकों में भी आक्रोश पनपने लगा है। बीमा धारकों ने इसकी शिकायत भारतीय जीवन बीमा निगम के सीनियर डिविजनल मैनेजर (एसडीएम) से कर दी थी। एसडीएम ने उक्त अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है, साथ ही लाइफ प्लस ऑफिस को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं।