वाराणसी। मप्र के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में लोकतंत्र का महोत्सव चल रहा है। हर शब्द, हर कदम पर ध्यान दिया जा रहा है। यह चुनाव देश की दिशा तय करेगा। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी भी पूरा समय दे रहे हैं, लेकिन आसमान के सितारे कहते हैं कि यहां भाजपा टक्कर में ही नहीं आएगी। यदि मोदी लीड करते तो 'कोई माई का लाल...' लेकिन ऐसा नहीं है। अत: चुनाव के परिणामों को मोदी के भाषण तो प्रभावित करेंगे लेकिन मोदी के ग्रह नक्षत्र प्रभावित नहीं कर पाएंगे। इधर अखिलेश और मायावती दोनों का राजयोग बन रहा है। अत: धर्म नगरी काशी के विद्वान ज्योतिष व प्रख्यात पंडित पवन त्रिपाठी का विष्लेषण कहता है कि मुकाबला तो सपा और बसपा के बीच ही है।
अखिलेश यादव का राजयोग फिर बन रहा है
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भाग्य राशि पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि उनकी कन्या लगन की कुंडली है जिस पर आगामी 25 मार्च तक शनि की दशा है। फिलहाल उनकी बुध की महादशा है लेकिन बीच बीच में शनि की दशा उस पर प्रभावी होती है। शनि पिता स्थान पर बैठा है जिसका प्रभाव रहा कि बीते दिनों उनका उनके पिता से व्यवहार खराब रहा जो सबके सामने रहा। हालांकि 25 मार्च के बाद केतु की दशा है जो कुंडली के दशवे भाग में होगा जिसको देखते हुए यह कहा जा सकता है कि उनका राजयोग पुनः बन रहा है। अगर इसे प्रतिशत में कहा जाए तो 80 प्रतिशत तक उनका भाग्य है।
अपना वजूद साबित कर पाएंगे राहुल
कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर कहा कि राहुल गांधी की बहुत अच्छी दशा नहीं है। हालांकि बृहस्पत की अंतर्दशा के कारण चन्द्रमा में गजकेशरी योग के माध्यम से राहुल को लाभ मिलने जा रहा है। तात्पर्य यह है कि वो सत्ता से दूर हैं लेकिन अपना वजूद यूपी चुनाव में स्थापित करने में बहुत हद तक सफल रहेंगे।
राजयोग तो मायावती का भी बन रहा है
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती की भाग्य रेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनका लग्न सिंह है जो शेर की तरह दहाड़ती है लेकिन वो वक्ता के रूप में अच्छी नहीं है अर्थात उनकी वाणी बेलगाम है जो उनको हानि पहुंचाती है। हालांकि बुद्ध की महादशा पर शुक्र अंतर्दशा में है। सूर्य के साथ बुध बैठा है। बीते 19 अक्टूबर के बाद इनकी जो दशा प्रारंभ हुई है वो राजयोग की है। शुक्र भाग्येश है यह केंद्र में बैठे हैं। मायावती सत्ता के करीब पहुंच सकती हैं।
मोदी के दमदार हैं लेकिन योगी के ग्रह ठीक नहीं हैं
वहीं प्रधानमन्त्री मोदी के ग्रह दशा पर कहा कि इनकी वृश्चिक लग्न है। प्रबल राजयोग है लेकिन यूपी चुनाव में भाजपा के सीएम कैंडिडेट की बात करे तो जैसा चर्चा गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ की चल रही है तो योगी का कुंडली सिंह लग्न है और बृहस्पति अच्छा है। देवताओं वाली वाणी है किसी से डरते नहीं है लेकिन इनकी कुंडली में बुध की महादशा है और 31 जनवरी के बाद से केतु 12 वे स्थान में बैठा है जो कुंडली को कमजोर बना रहा है। जिसके कारण यह चौथे पायदान पर माने जा सकता है।
डिंपल का तो कोई चांस ही नहीं है
वहीं इन सबसे परे राजनीतिक गलियारे में चल रही इस चर्चा पर की डिम्पल यादव को सपा द्वारा मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया जा सकता है पर पूर्ण विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश के पत्नी भाव में मंगल भाव में बैठा है जिसके कारण अखिलेश को पत्नी योग से लाभ नहीं होने वाला है अर्थात ऐसा ग्रहों के हिसाब से फिलहाल कोई संभावना नहीं बनती नजर आ रही है।
मुकाबला अखिलेश और मायावती के बीच ही है
हालांकि ज्योतिष के अनुसार अखिलेश प्लस कांग्रेस जहां 80 प्रतिशत पर है, तो वहीं मायावती 70 प्रतिशत उम्मीद है और वहीं भाजपा तीसरे पायदान पर है। हालांकि भाजपा द्वारा सीएम कैंडिडेट घोषित नहीं किया गया है। जिसके कारण पूर्णतया सही स्थिति का आंकलन नहीं लगाया जा सकता है।