
मंगलवार को एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में 'भाजपा से मुख्यमंत्री कौन होगा', इस सवाल का जवाब देते हुए आदित्यनाथ ने कहा, "यहां के मुख्यमंत्री में तीन तरह की विशेषताएं होनी चाहिए। सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक। हर नागरिक को सुरक्षा देने के साथ-साथ राज्य को विकसित करने का जज्बा उसमें होना चाहिए।
मैं सर्वज्ञ हूं
क्या आप इन विशेषताओं को पूरा करते हैं, इस सवाल के जवाब में आदित्यनाथ ने मुस्कराते हुए कहा, "मैं सर्वज्ञ हूं, लेकिन मैं एक योगी और एक सांसद हूं। मैं अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा हूं।"
यूपी में धर्म के आधार पर दी जाती है बिजली
उप्र में बिजली पर हो रही राजनीति पर योगी ने कहा, "यहां बिजली की आपूर्ति में भेदभाव होता है। यहां हिंदू-मुस्लिम के आधार पर बिजली बांटी जाती है। हम इस भेदभाव को दूर कर विकास की नीति अपनाएंगे। यह प्रत्यक्ष देखा जा सकता है कि देवीपाटन मंदिर में केवल चार घंटे बिजली दी जाती है और वहां की मजार पर 24 घंटे बिजली दी जाती है और यह स्थिति पूरे प्रदेश की है।
अखिलेश को बताया 'चंगू'
उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि प्रधानमंत्री बिजली के तार को छूकर देख लें कि करंट है या नहीं। इस पर योगी ने कहा, "मैंने बचपन में एक कहानी पढ़ी थी 'चंगू और मंगू' की। तो, मैं अखिलेश को चंगू ही मानता हूं।" अखिलेश पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जिस पुत्र ने अपने पिता को किनारे कर दिया हो, उनके विषय में जनता सब जान चुकी है।
हम देश तोड़ने वालों को तोड़ने का काम कर रहे हैं
विपक्षी दलों पर हमला करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, "हम देश तोड़ने वालों को तोड़ने का काम कर रहे हैं। देश में एक और कश्मीर बनने से रोकना होगा।"
बेमेल गठबंधन से भाजपा की लहर पैदा हुई है
सपा-कांग्रेस गठबंधन पर उन्होंने कहा कि यह गठबंधन बेमेल है, इससे भाजपा के पक्ष में लहर पैदा हुई है। सपा और बसपा ने प्रदेश में कोई विकास नहीं किया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में भाजपा सभी सीटें जीतने जा रही है।