भोपाल। जो सरकार हिंदू धर्म के बल पर कुर्सी हथिया कर संत पुजारी और हिंदू धर्मावलंबियों को परेशान कर रही है, उसे सबक सिखाना है। इसी के मद्देनजर मप्र संत एवं पुजारी संयुक्त महासंघ के बैनर तले संत एवं पुजारी अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर 14 व 15 फरवरी को कमला पार्क में आंदोलन करेंगे।
महासंघ का कहना है कि यदि सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो संत व पुजारी उत्तर प्रदेश की ओर रथ यात्रा निकालेंगे। महासंघ के अनिल भारद्वाज द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक मठ-मंदिरों पर अवैधानिक अतिक्रमण रोकना, नामांतरण वंशानुगत तथा गुरु शिष्य परम्परा अनुसार हो, धार्मिक आयोजनों में धर्माचार्यों की उपेक्षा न हो, न्यायालयीन निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू हों, गोचर चमोली भूमि को मुक्त कराकर गौशालाओं को देना, मठ-मंदिरों के खिलाफ विधेयक का विरोध, संतों व पुजारी को प्रबंधक बनाकर बी-1 खसरे में अर्जित करना प्रमुख मांगें हैं।
बता दें कि सिंहस्थ 2016 से ही मध्यप्रदेश में ब्राह्मण समाज और संत पुजारियों के खिलाफ सरकार ने बयानबाजी और कार्रवाईयां शुरू कर दीं थीं। तभी से यह वर्ग सरकार के खिलाफ आ खड़ा हुआ है। हालात यह बन गए हैं कि भाजपा और शिवराज सरकार के ब्राह्मण नेता भी सरकार के खिलाफ हैं एवं संगठन स्तर पर इस मामले को उठा रहे हैं।