राजीव शर्मा/शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग के एक बड़े अफसर दंपति ने गायत्री प्रसाद प्रजापति की गिरफ्तारी को लेकर खुद अपनी यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं उन्होंने यहां तक कह डाला कि उत्तर प्रदेश पुलिस का पूरी तरह राजनीतिकरण हो चुका है।
पुलिस विभाग के पुलिस महानिरीक्षक रूल्स एंड मैनुअल अमिताभ ठाकुर एवं उनकी पत्नी नूतन ठाकुर आज यहां एक होटल में पत्रकारों से बात कर रहे थे, अमिताभ ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस गायत्री प्रसाद प्रजापति को गिरफ्तार करने का प्रयास नहीं कर रही है केवल वह कोर्ट की जवाबदेही से बचने के कारण खानापूर्ति कर रही है जबकि पुलिस के लिए गायत्री प्रजापति की गिरफ्तारी अत्यंत आवश्यक है।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अगर अब भी उत्तर प्रदेश पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो कहीं ना कहीं पुलिस पर सवालिया निशान उठेंगे उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस के पास बह ताकत है कि 1 घंटे के भीतर गायत्री प्रजापति को ढूंढकर ला सकती है परंतु नहीं? क्योंकि यूपी पुलिस का तो पूरी तरह से राजनीतिक करण हो चुका है।
श्री ठाकुर ने कहा कि राजनीतिक दबाव में यूपी पुलिस के अधिकारी कर्मचारी काम करते हैं इसलिए पीड़ित की शिकायत थानों में दर्ज नहीं होती और अगर दर्ज भी हो जाती है तो मुकदमा बंद कर दिया जाता है।
अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के दबाव के चलते बड़ी मुश्किल के बाद यूपी पुलिस ने गायत्री प्रजापति पर केस दर्ज किया, और वाई श्रेणी सुरक्षा प्राप्त गायत्री प्रजापति को पुलिस बड़ी ही आसानी से गिरफ्तार कर सकती है लेकिन पुलिस की गिरफ्तार करने की मंशा ही नहीं है उन्होंने कहा कि पुलिस इसलिए गिरफ्तार नहीं कर रही है कि हो सकता है सत्ता वापस पलट जाए यही डर यूपी पुलिस को सता रहा है।
श्रीमती ठाकुर ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब तक पुलिस नेक इरादे से काम नहीं करेगी तब तक प्रजापति की सतायी हुई पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा। कुल मिलाकर सत्ता परिवर्तन हो या सीबीआई जांच ठाकुर दंपत्ति ने पुलिस विभाग को कठघरे में जरूर खड़ा कर दिया है वहीं दूसरी ओर ठाकुर दंपत्ति की प्रेस कान्फ्रेंस फ्लाप हो जाए इसलिए बड़े बैनर के पत्रकारों को इसकी सूचना कोतवाल ने नहीं दी।