मुंबई। कालेधन व भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार भले ही सख्त हो, लेकिन देश में अभी भी लोग अपना काम कराने के लिए रिश्वत देने को मजबूर हैं। यह खुलासा भ्रष्टाचार पर निगाह रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में हुआ है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की हाल ही जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक एशिया पेसेफिक के 16 देशों में उच्चतम रिश्वत दर भारत में है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में करीब दो तिहाई लोगों को अपना काम कराने के लिए रिश्वत देना पड़ता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सरकारी सेवाओं का लाभ लेने के लिए देश में हर 10 लोगों में से सात व्यक्तियों को भ्रष्टाचार का रास्ता चुनना पड़ता है।
रिपोर्ट के मुताबिक एशिया प्रशांत के 16 देशों में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार भारत व सबसे कम भ्रष्टाचार जापान में है। सर्वे में जापान में सिर्फ 0.2 फीसदी लोगों ने रिश्वत देने की बात कही है, जबकि भारत में सबसे ज्यादा 40 फीसदी लोगों ने माना है कि उन्हें अपना काम कराने के लिए रिश्वत देना पड़ी। हालांकि सर्वे में 50 फीसदी लोगों का रुख सकारात्मक भी रहा, उनका मानना है कि सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने की हर संभव कोशिश कर रही है।