नई दिल्ली। यूपी में करारी हार के बाद कांग्रेस की उम्मीद की आखरी किरण प्रशांत किशोर भी गुम हो गई। पार्टी वेंटिलेटर पर है और सब अपने अपने तरीके से कांग्रेस की बयानी सर्जरी कर रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी का सांगठनिक ढांचा भाजपा-संघ के मुकाबले में कहीं नहीं है। अपनी पुस्तक ‘फियरलेस इन अपोजिशन’ के विमोचन के मौके पर कहा कि स्पष्ट रूप से कांग्रेस पार्टी के सांगठनिक ढांचे की भाजपा संघ के ढांचे से कोई मुकाबला ही नहीं है।
चिदंबरम ने कहा कि संगठन की यह क्षमता होती है कि वह मतदान वाले दिन वोट खींच ले। यूपीए सरकार में वित्तमंत्री रहे चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस जैसे राष्ट्रीय दल के लिए राष्ट्रीय स्तर पर चुनाव के लिए 29 राज्यों में 29 तरह की रणनीति चाहिए। जो रणनीति गुजरात के लिए ठीक है, जरूरी नहीं कि वह असम के लिए भी ठीक हो।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने नेतृत्व को बता दिया है कि 2019 के आम चुनाव के लिए 29 तरह की रणनीति बनाने की जरूरत है। नोटबंदी पर उन्होंने कहा कि हालांकि कांग्रेस इस मुद्दे पर राजनीतिक रूप से हार गई, लेकिन आर्थिक बहस में उसकी जीत हुई है।