हरदा। बरुड़-दगड़खेड़ी के बीच शुक्रवार सुबह पठानकोट एक्सप्रेस से अज्ञात बजुर्ग टकरा गया था। हादसे की जानकारी ट्रेन के चालक और गार्ड को भी थी, फिर भी ट्रेन आगे बढ़ाई गई। सिर कटा धड़ मौके पर ही पड़ा रहा जबकि कटा हुआ सिर इंजन के बंपर में फंस गया। चालक ने इसी हालत में 20 किलोमीटर तक ट्रेन चलाई। खिरकिया स्टेशन आने पर जब लोगों में हंगामा बरपा तब कटा हुआ सिर निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई।
जिस वक्त ट्रेन के बंपर से बुजुर्ग का सिर निकाला जा रहा था उक्त स्टेशन पर खासी भीड़ जमा हो गई थी। मृतक की उम्र 60-65 वर्ष के आसपास है। हादसे से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। छनेरा जीआरपी मृतक की शिनाख्त करने के प्रयास कर रही है। जानकारी के अनुसार 11057 डाउन पठानकोट एक्सप्रेस खंडवा से इटारसी के लिए रवाना हुई थी। इसी बीच बरुड़ और दगड़खेड़ी के बीच एक बुजुर्ग ट्रेन से टकरा गया। ट्रेन के चालक ने इसकी सूचना खिरकिया स्टेशन अधीक्षक एनके चौहान को दी। ट्रेन से टकराए बुजुर्ग की दर्दनाक मौत हो गई।
उसके शरीर का धड़ मौके पर ही रह गया, लेकिन शव इंजन के बंपर में फंसकर करीब 20 किमी दूर खिरकिया स्टेशन तक पहुंच गया। शुक्रवार देर शाम तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी थी। खंडवा जिले के छनेरा जीआरपी मामले की जांच कर रही है।
पठानकोट एक्सप्रेस के इंजन के बंपर में बुजुर्ग के सिर को निकालने में करीब 15 मिनट लग गए। इस बीच खासी भीड़ जमा हो गई। हादसे की खबर जिसे भी लगी वह सन्न रह गया। स्टेशन से करीब 30 मिनट की देरी से ट्रेन आगे रवाना हो सकी।