भोपाल। लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय एवं विकासखण्ड स्तरीय मॉडल स्कूलों की कक्षा 9वीं में प्रवेश चयन परीक्षा की तिथि में संशोधन किया है। इन विद्यालयों में प्रवेश के लिये चयन परीक्षा अब 9 अप्रैल को प्रात: 9.45 से दोपहर 12.15 तक आयोजित होगी। परीक्षा तिथि में संशोधन अपरिहार्य कारणों से किया गया है। पूर्व में यह परीक्षा 2 अप्रैल को होनी थी।
परीक्षा की संशोधित तिथि के संबंध में संभाग स्तर पर संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मुख्यालय पर प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय, विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी और प्राचार्य मॉडल स्कूल को आयुक्त लोक शिक्षण कार्यालय द्वारा आवश्यक निर्देश दिय गये हैं।
2535 मदरसों को नई मान्यता
मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित 7401 मदरसों में से 2535 को आधुनिक विषयों को पढ़ाने के लिये मान्यता दी गयी है। इनमें 1254 मदरसे प्राथमिक और 1281 माध्यमिक-स्तर की मान्यता प्राप्त हैं। इन मदरसों में 2 लाख 30 हजार छात्र-छात्राएँ उर्दू शिक्षा के साथ अन्य विषय में तालीम प्राप्त कर रहे हैं।
कौशल विकास उन्नयन के लिये प्रस्ताव
मदरसों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के कौशल उन्नयन के लिये मौलाना आजाद नेशनल एकेडमी फॉर स्किल योजना में केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद इन विद्यार्थियों के लिये टेलरिंग एण्ड ड्रेस-मटेरियल, कम्प्यूटर हार्डवेयर असेम्बलिंग एण्ड मेंटेनेंस, खाद्य संसाधन और आशु-लिपि हिन्दी के कोर्स प्रारंभ किये जायेंगे।
प्रदेश में वर्तमान में कक्षा-8 तक संचालित मदरसों को मान्यता दी गयी है। मध्यप्रदेश मदरसा बोर्ड द्वारा कक्षा-9वीं एवं 10वीं को भी मान्यता दिलवाये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके साथ ही मदरसा बोर्ड एक-वर्षीय उर्दू पत्रकारिता कोर्स माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सहयोग से प्रारंभ करने का प्रयास कर रहा है। बोर्ड द्वारा मदरसों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को 'वतन से मोहब्बत का इस्लाम धर्म में क्या महत्व है'' विषय पर पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। इस पाठ्यक्रम से विद्यार्थी यह जान सकेंगे कि जिस धर्म के वे अनुयायी हैं, उसमें अपने वतन से वफादारी एवं मोहब्बत करने को कितना ऊँचा स्थान दिया गया है।
मदरसों को केन्द्र सरकार से अनुदान
1685 मदरसों को केन्द्र सरकार की ओर से स्कीम फॉर प्रोवाइडिंग क्वालिटी एजुकेशन इन मदरसा (एसपीक्यूईएम) योजना में मदद मिल रही है। योजना में चयनित प्रत्येक मदरसे को कम्प्यूटर लेब स्थापित करने के लिये एक लाख, पुस्तकालय के लिये 50 हजार और साइंस-किट के लिये 15 हजार रुपये की राशि मुहैया करवायी गयी है। मदरसों को मान्यता, नवीनीकरण, पंजीयन और परीक्षा आवेदन फार्म ऑनलाइन भरवाने की योजना शुरू की गयी है। इसके लिये एम.पी. ऑनलाइन के कियोस्क में सुविधा है।