राजीव शर्मा/शाहजहांपुर। पुलिस ने छात्रों को किडनैप कर हत्या करने वाले एक नए गिरोह को पकड़ा है। आरोपी विजय कुमार, विष्णु दयाल, व नरेश कुमार ने सरकारी नौकरी पाने के लिए कई लोगों को कर्ज लेकर रिश्वत दी। नौकरी तो मिली नहीं, उल्टा पैसा भी डूब गया। अब कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने छात्रों की किडनैपिंग शुरू की। 2 अपहरण किए, फिरौती भी मांगी परंतु पेरेंट्स ने फिरौती देने के बजाए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस से बचने के लिए दोनों का मर्डर कर दिया।
पुलिस अधीक्षक केबी सिंह ने आज यहां बताया की थाना आर सी मिशन क्षेत्र में रहने वाले राजा बाबू 19 बीएससी का छात्र है यह 31 दिसंबर को घर से साइकिल पर गेहूं लेकर चक्की पर गया था। जब वह वापस नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने इसकी शहर में खोज बीन की। इसी बीच शाम को अपहर्ताओं ने फोन पर राजा बाबू के पिता प्रदीप से चालीस लाख रुपए की फिरौती मांगी। जिससे अपहृत का परिवार सकते में आ गया अपहृत के पिता ने पुलिस में बेटे की अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई और पुलिस का दबाव बनने पर अपहर्ताओं ने अपहृत की हत्या कर एक सूटकेस में उसका शव भर कर थाना सिधौली अंतर्गत नहर में फेंक दिया।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक पुलिस ने सर्विलांस व मुखबिर की सूचना पर आरोपी विजय कुमार, विष्णु दयाल, व नरेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने नौकरी लगवाने के नाम पर काफी पैसा दिया था। जिसे ठगों ने वापस नहीं किया। जिससे उन पर काफी कर्जा हो गया। इसी से वह काफी परेशान रहते थे। कर्ज उतारने के लिए उन्होंने सबसे पहले अपने भतीजे अनुराग पाल निवासी सिधौली का वरेली से अपहरण कर लिया और एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। जब फिरौती नहीं मिली तो उन्होंने अनुराग की भी हत्या कर शव बैग में बंद कर ट्रेन में रख दिया था।
वहीं दूसरी घटना में इन्हीं आरोपियों ने शाहजहांपुर के राजा बाबु को अपहृत किया जिसमें चालीस लाख की फिरौती मांगी अपहृत युवक को शहर में ही एक किराए के मकान में रखा था और पकड़े जाने के भय से उन्होंने इसकी भी हत्या कर दी आरोपी रिश्ते में साले बहनोई हैं। पुलिस ने आरोपियों को जेल भेज दिया है जबकि अपहृत के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा है।