
इससे पहले कि CRPF के जवान उस जगह तक पहुंच पाते, नक्सलियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में जवानों ने भी फायर खोल दिया। करीब डेढ़ घंटे तक चली आमने सामने की फायरिंग में नक्सली CRPF के जवानों पर भारी पड़े। नक्सली संख्या बल में कहीं ज्यादा थे और वे पहाड़ी के ऊपरी हिस्से से फायरिंग कर रहे थे।
जिसके चलते उन्होंने CRPF के जवानों को गोलियों से छलनी कर दिया। इस घटना में 11 जवान शहीद हो गए जबकि 5 जवान बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। साथ ही 4 जवानों को मामूली चोटें भी आई हैं। राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस घटना को नक्सलियों की कायराना हरकत करार दिया है।
दरअसल, बस्तर में नक्सलियों ने सड़को के निर्माण पर पाबंदी लगा रखी है। वो न तो निर्माण एजेंसियों को काम करने देते हैं और ना ही मजदूरों को। लिहाजा सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कांकेर के जंगलो के भीतर बसे कई गांवों में सड़को के निर्माण का काम पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों ने अपने हाथों में ले रखा है।