ग्वालियर। एक महिला 4 साल की बेटी को बैड पर लिटा कर खुद फांसी के फंदे पर लटक गई, लेकिन बेटी की समझदारी ने उसे मरने से बचा लिया। दरअसल मां जैसे ही फंदे पर लटकी, बेटी रोते-रोते बाहर निकली और पड़ोसियों को मां के लटकने की जानकारी दे दी। पड़ोसियों ने मां को फंदे से उतार कर अस्पताल पहुंचाया और उसकी जान बच गई।
शिवपुरी के बदरवास में रेलवे स्टेशन रोड पर रहने वाले पटवारी मुनेश्वर की पत्नी पार्वती घर पर अकेली थी, पति छुट्टी की वजह से लोगों से मिलने जुलने चला गया था। पार्वती पारिवारिक कलह से परेशान होकर डिप्रेशन में थी। एकांत की वजह से डिप्रेशन उस पर हावी हो गया और उसने अपनी 4 साल की बेटी नन्नी को बैड पर लिटा कर खुद को फांसी के फंदे पर लटका लिया।
मां को फांसी पर लटकते देख नन्नी रोने लगी, लेकिन कोई उसकी आवाज नहीं सुन रहा था। इस पर नन्नी रोते-रोते घर से बाहर निकल गई। बाहर नन्नी को रोते देख पड़ोसियों ने उससे रोने की वजह पूछी, 4 साल की नन्नी ने बिल्कुल साफ आवाज में बताया कि मां छत से लटकी है।
नन्नी के बताने पर पड़ोसी सुखदेव दौड़कर अंदर पहुंचे और पार्वती को फंदे से उतारा। उसकी सांस चलती देख दूसरे पड़ोसियों के साथ सुखदेव तत्काल उसे अस्पताल ले गए। बाद में उसे जिला अस्पताल शिवपुरी रैफर कर दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, हालांकि डॉक्टर ने पार्वती की मानसिक हालत देखते हुए अभी उससे पूछताछ की अनुमति नहीं दी है। पार्वती के सुसाइड अटेंप्ट की वजह जानने के लिए उसके पति से पूछताछ की जा रही है।