
खबर आ रही है कि इसके लिए कांग्रेस के 5 विधायकों पर डोर डाले जा रहे हैं। भाजपा के बड़े दिग्गज इस काम में लगे हुए हैं। उन्हे कई प्रलोभन और वादे भी किए जा चुके हैं। मंत्री संजय पाठक का उदाहरण गिनाया जा रहा है। जिन विधायकों से भाजपा नेता संपर्क कर रहे हैं उनमें तीन युवा विधायक भी हैं। जो सामान्य सीट से चुनाव लड़कर विधायक बने हैं।
सूत्रों की मानी जाए तो महाकौशल के दो विधायक, विंध्य, बुंदेलखंड, मालवा-निमाड़ के एक-एक विधायक भाजपा से संपर्क में हैं। ये वे विधायक हैं जो प्रदेश में इस बार भी कांग्रेस की सरकार नहीं बनने की संभावना देख रहे हैं। वहीं सत्ताधारी दल से जुड़े ना होने के कारण कुछ विधायकों के व्यावसायिक हित भी प्रभावित हो रहे थे। सूत्रों की मानें तो इन विधायकों के कामों में भाजपा के नेता पर्दे के पीछे से मदद कर रहे हैं। भाजपा का प्रयास है कि अब ये विधायक पार्टी से सीधे जुड़ जाए और उसकी सदस्यता ग्रहण कर लें।
इस खबर के बाजार में आते ही कांग्रेस में हलचल मच गई है। विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। बीच सत्र में यदि कांग्रेस के विधायक इस्तीफा देकर जाते हैं तो कांग्रेस की काफी किरकिरी होगी। बीते रोज कांग्रेस के दिग्गजों ने एकमंच पर आकर अपनी ताकत दिखाई थी। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा आई है। यदि यह झटका लगा तो माना जा रहा है कि कांग्रेस को नुक्सान होगा और शिवराज सिंह खुश हो जाएंगे।