नई दिल्ली। राजस्थान के बीकानेर में संचालित सरस्वती शिक्षण संस्था स्कूल में 8 शिक्षकों ने मिलकर डेढ़ साल तक 13 वर्षीय छात्रा का गैंगरेप किया। इससे पहले उसकी न्यूड वीडियो क्लिप बनाई गई और उसे ब्लैकमेल किया गया। गैंगरेप के कारण वो गर्भवती ना हो जाए इसलिए उसे नियमित रूप से गर्भनिरोधक दवाएं दीं गईं। दवाओं के ओवरडोज के कारण छात्रा को कैंसर हो गया। तब जाकर मामला उजागर हुआ।
यह मामला बीकानेर के नोखा इलाके का है। जहां साजनवासी गांव की सरस्वती शिक्षण संस्था में पिछले डेढ़ वर्ष से अश्लील क्लिप के सहारे 13 वर्षीय छात्रा को ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप किया गया। जब भी बच्ची ने जुबान खोलने की कोशिश की तो उसे जान से मारने की धमकी देकर दबा दिया गया। पीड़ित छात्रा और उसके पिता ने बताया कि इन शिक्षकों ने स्कूल में पहले छात्रा की अश्लील वीडियो क्लिप बनाई और बाद में उसे ब्लैकमेल कर उसका यौन शोषण करते रहे। जब बच्ची इस शोषण से परेशान हो गई तो उसने एक दिन सारी आपबीती अपनी मां को सुनाई।
सरस्वती शिक्षण संस्था में गंदा काम
नाबालिग लड़की के घरवालों की तरफ से बीकानेर के नोखा पुलिस स्टेशन में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज कराई गई। एफआईआर के मुताबिक रेप की वजह से प्रेगनेंट हुई लड़की को अबॉर्शन की गोली भी खाने के लिए फोर्स किया गया। एफआईआर के मुताबिक लड़की के साथ अप्रैल 2015 से रेप किया जा रहा है। एक पुलिस ऑफिसर ने बताया, 'पिता के आरोपों के आधार पर हमने 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सभी प्राइवेट स्कूल के टीचर हैं और हमने उनपर पॉक्सो, आईपीसी की तमाम धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
क्लास में बंद करके कपड़े उतरवाए और वीडियो बनाया
पुलिस के मुताबिक लड़की ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे कक्षा में बंद कर लिया और उसके सारे कपड़े उतारवा लिए। फिर मोबाइल से उसकी नग्न वीडियो क्लिप बना ली। इसी वीडियो क्लिप को इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी देकर वे उसे लगातार ब्लैकमेल करते रहे।
लड़की को गर्भनिरोधक गोलियां भी खिला रहे थे
उन्होंने एक वर्ष से ज्यादा समय तक पीड़िता साथ बलात्कार किया। सभी शिक्षक स्कूल की छुट्टी हो जाने के बाद उसे डरा धमकाकर उसका यौन शोषण करते थे। यही नहीं गर्भवती होने के डर से उन्होंने पीड़िता को अधिक मात्रा में गर्भनिरोधक गोलियां खिला दी। जिसकी वजह से उसकी तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई। इन दवाओं की ओवर डोज का नतीजा ये हुआ कि पीड़ित बच्ची को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी हो गई। आरोपियों की धरपकड़ के लिए भी छापेमारी की जा रही है लेकिन अभी तक आठों टीचर फरार हैं।