इंदौर। रेप मामले में छह माह से फरार गुंडे मनोज परमार को क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को चित्रकूट से गिरफ्तार कर लिया। सितंबर 2016 में मल्हारगंज थाने में एक महिला ने उसके खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया था। तब से वह फरार था। उसपर 26 आपराधिक मामले दर्ज हैं और पुलिस ने 10 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था। मनोज के खिलाफ उसी के यहां काम करने वाली एक महिला ने रेप की रिपोर्ट की थी।
आरोप था कि कुछ समय पूर्व पीड़िता के पति की मौत हो गई थी और कुछ बदमाशों ने उसके मकान पर कब्जा कर लिया था। किसी ने उसे बताया कि ऐसे मामलों का निपटारा मनोज परमार और उसकी गैंग के साथी करते हैं। इसलिए वह उससे मिलने आई थी। मामले को निपटाने का भरोसा देते हुए उसने पीड़िता को अपने यहां काम पर रख लिया था। फिर 8 महीने तक शोषण करता रहा।
घर टूटने की कार्रवाई भी मोबाइल पर लाइव देखी थी
एएसपी क्राइम ब्रांच अमरेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक मुखबिर से सूचना मिली थी कि मनोज परमार चित्रकूट में जानकी कुंड के पास बिना नंबर की सफेद कार में किसी के साथ घूमते देखा गया। वह एक आश्रम के गेस्ट हाउस में छिपकर फरारी काट रहा था। टीम गोपनीय ढंग से पहुंची तो वह पुलिस को देख हैरत में पड़ गया और सरेंडर कर दिया। बुधवार को क्राइम ब्रांच की टीम उसे इंदौर लेकर आएगी। मनोज फरारी के दौरान भी इंदौर में मोबाइल के जरिए लाइव जुड़ा रहता था। उसने पिछले दिनों मल्हारगंज इलाके में खुद के मकान की अतिक्रमण कार्रवाई भी मोबाइल में अपने एक गुर्गे के जरिए लाइव देखी थी।