
गुरुवार दोपहर भोपाल पुलिस को डायल 100 पर सूचना मिली थी कि ग्वालियर के रजिस्ट्रेशन नंबर की स्कॉर्पियो एमपी07-1862 व टवेरा क्रमांक आरजे 28 बीए-2195 में सवार 14 से 15 लोग किसी रिंकी पत्नी विपिन पांडे की तलाश में घूम रहे हैं। जब युवती नहीं मिली तो भोपाल सीआईडी में पदस्थ हवलदार के बेटे गौरव का अपहरण कर ले गए हैं। जिस पर पूरे शहर की पुलिस अलर्ट हुई। कुछ ही देर में घेराबंदी की तो आरोपी गौरव को छोड़कर भागे, लेकिन पकड़े गए। पुलिस ने 14 लोगों को पकड़ा है। जिनमें 4 महिलाएं शामिल है।
साथ ही इनमें 6 अपहरणकर्ता मंगल भूरिया निवासी आनंद नगर बहोड़ापुर, राम बेडिया, पान सिंह बेडिया, राहुल धनावद, चैन सिंह धनावद निवासी बदनापुरा व हर्ष छारी सी ब्लॉक आनंद नगर बहोड़ापुर ग्वालियर के है। यह सभी देह व्यापार के लिए लड़कियों की खरीद फरोख्त करते हैं। रिंकी भी उन्हीं में से एक लड़की है। जिसको जबरन उठाने यह आए थे।
जब पुलिस ने रिंकी निवासी बूंदी राजस्थान को बुलाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि जब वह 15 वर्ष की थी तभी मां-पिता का देहांत हो गया था। इसके बाद मामा राजा उर्फ ठेला ने उसे पाला और दो साल पहले ग्वालियर के बदनापुरा निवासी मौसा पान सिंह बेडिया को 9 लाख रुपए में बेच दिया। रुपए देते उसने देखा था। पानसिंह ने उसे बदनापुरा में रखकर देह व्यापार कराया। फिर रेशमपुरा में भी इसी काम के भेजा। कहता था पूरे 9 लाख वसूल करने है। कुछ समय बाद उसने 15 लाख रुपए में उसे नागपुर के रेड लाइट एरिया गंगा जमुना नगर में परवीन वंटी को बेच दिया। यह उससे देह व्यापार कराते थे। नहीं करने पर मारते थे।
रिंकी ने बताया कि 3 मार्च को नागपुर से भाग आई थी। तभी उसे विपिन मिला था। दोनों में प्यार हुआ उन्होंने शादी कर ली। वह भोपाल में गौरव के घर में किराए से रह रहे थे। तभी यह लोग उसे तलाशते हुए आ गए।