नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश की हर चुनावी सभा में यूपी के सीएम अखिलेश यादव दोहराते रहे कि बुआजी का कोई भरोसा नहीं है, वो कब भाजपा से रक्षाबंधन कर लें लेकिन एग्जिट पोल के बाद भतीजे से सुर बदल गए हैं। अब अखिलेश यादव जरुरत पड़ी तो बुआजी से बकाया 'बधाएं' मांग सकते हैं। बता दें कि कि 'बधाएं' एक अकेली रस्म है जब भतीजे के जन्म पर बुआ बिना बुलाए आती है और अपने भतीजे के लिए मनचाहे उपहार भी लाती है।
एक मीडिया समूह से फेसबुक लाइव में अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी में अगर जरूरत पड़ी तो सरकार बनाने के लिए बसपा का साथ लिया जा सकता है। अखिलेश यादव का ये बयान ऐसे समय आया है जब एग्जिट पोल के नतीजों में सपा गठबंधन पिछड़ती दिख रही है, हालांकि अखिलेश ने सामने आ रहे एग्जिट पोल के रुझानों को नकारते हुए यह भी कहा है कि गठबंधन पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगा।
वहीं उन्होंने यह भी जोड़ा कि हम राष्ट्रपति शासन नहीं चाहते और अगर जरूरत पड़ी तो मायावती को भी साथ लिया जाएगा। यूपी में बीजेपी की रिमोट कंट्रोल वाली सरकार नहीं बनने देंगे। हालांकि, अबतक बहुजन समाज पार्टी की ओर से इस बारे में कुछ भी नहीं कहा गया है।