नासिक। सेना में ब्रिटिशकालीन सहायक प्रणाली (बडी सिस्टम) को उजागर करने के लिए केरल के जवान रॉय मैथ्यू का स्टिंग करने के आरोप में एक न्यूज पोर्टल की महिला पत्रकार के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में जिस सैनिक रॉय मैथ्यू का बयान रिकॉर्ड हुआ था, कुछ समय पहले उसकी लाश उसी के कमरे से मिली थी।
देवलाली छावनी पुलिस स्टेशन में रविवार रात दिल्ली की महिला पत्रकार पूनम अग्रवाल के खिलाफ उक्त कानून की धारा 3 (जासूसी) और 7 (केंद्रीय सशस्त्र बलों के सदस्यों या पुलिस अधिकारियों के कामकाज में हस्तक्षेप) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस स्टेशन के प्रभारी विनायक लोकारे ने बताया कि महिला पत्रकार और एक पूर्व सैन्य अधिकारी दीपचंद पर सैन्य नियमों का उल्लंघन कर 24 फरवरी को बिना अनुमति प्रतिबंधित देवलाली सैन्य छावनी क्षेत्र में घुसने और वहां फिल्मांकन करने का मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कथित रूप से रॉय मैथ्यू और अन्य जवानों से प्रमुख सवाल पूछने वाली पूनम अग्रवाल ही थीं। उनके खिलाफ सेना की ओर से दी गई शिकायत पर भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 306, 451, 500 और 34 के तहत भी केस दर्ज किया गया है।
बता दें कि दो मार्च को महाराष्ट्र की देवलाली सैन्य छावनी क्षेत्र के एक खाली पड़े कमरे में केरल के रहने वाले एक जवान रॉय मैथ्यू (33) का शव छत से लटका हुआ मिला था। मैथ्यू 25 फरवरी से लापता था। वह पिछले एक साल से रॉकेट रेजीमेंट 214 में आर्टिलरी गनर के रूप में तैनात था। उसके परिवार के मुताबिक, उसने 25 फरवरी को ही अंतिम बार उन्हें फोन किया था और उसके लहजे से लग रहा था कि वह काफी डरा हुआ था। उसका कहना था कि उसने हाल में मीडिया से सैनिकों की परेशानियों और उनसे कराए जा रहे घरेलू कार्यों के बारे में बात की थी।
उसने यह सब इस शर्त पर बताया था कि बातचीत रिकॉर्ड नहीं की जाएगी, लेकिन बाद में वह देखकर दंग रह गया था कि उससे की गई बातचीत का वीडियो वायरल हो गया। उसे डर था कि उसके इस कार्य की वजह से उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसे नौकरी से भी निकाला जा सकता है।