![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj-BFkoerNr9ZheiN4GKPsAk0CgGCcIeyfQd1pY6qu-Wxt0ir6sOrWv_HqHGVSidVXlVHdLJRElFnLh36D7oJd169XiMNerMICmS34ue5lNjka-RUB9aLMWCNznzxt2Lm88KmWom-CTbW-c/s1600/55.png)
जानकारी के अनुसार बीडीए के अधिकारी जगह का मुआयना करने पहुंचे तो उन्हें गांव के लोगों के गुस्सा के शिकार होना पड़ा। स्थानीय निवासी प्रदीप पाटीदार ने बताया कि गांव के लोगों ने साफतौर पर कहा कि यहां खेल मैदान नहीं बन सकता। यहां वर्षों से छोटे-छोटे बच्चे दफन किए जाते हैं। वहीं चौकीदार सुरमेर सिंह ने बताया कि वह सालों से यहां बच्चों को दफन होते देख रहे हैं, अब कैसे यहां खेल मैदान बनने दें।
गांव वालों की शिकायत के आधार पर बीडीए के अधिकारियों के साथ जगह का मुआयना किया था, विधायक ने साफ कहा कि कब्रिस्तान के आस-पास बिल्कुल खेल मैदान नहीं बनेगा। इसलिए उस स्थान को छोड़कर आगे से मैदान बनाया जाएगा।
भूपेंद्र माली, पार्षद