भोपाल। हाईप्रोफाइल जिंदगी और अच्छा बैंक बैलेंस कराने का लालच देकर लड़कियों को अपने काबू में किया जाता था। उनके निशाने पर खासकर वे लड़कियां रहती हैं, जो दूसरे जिलों से भोपाल में पढ़ाई या काम करने के लिए आई हैं। साथ काम करने के लिए रजामंदी दे चुकीं लड़कियों के अश्लील वीडियो बना लिए जाते थे। फिर ये वीडियो दिखाकर उनका शोषण किया जाता था।
ये खुलासा अरेरा कॉलोनी से पकड़े गए हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट के आरोपियों ने किया है। टीआई रविंद्र यादव के मुताबिक रविवार दोपहर पकड़ी गईं दोनों महिलाओं व आशुतोष बाजपेयी को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट से आशुतोष का पुलिस रिमांड मांगा। कोर्ट ने उसे 29 मार्च तक रिमांड पर भेजने के आदेश दिए, जबकि दोनों महिलाओं को जेल भेज दिया।
पिता व नाना दोनों रहे डॉक्टर
पूछताछ शुरू होते ही आशुतोष खुद को कमर दर्द और दिल का मरीज बताकर बचने लगता है। वह आरोपों को सिरे से नकार रहा है। पुलिस के मुताबिक बीते पांच-छह महीने से उसके सक्रिय होने की बातें सामने आई हैं। अरेरा कॉलोनी स्थित मकान उसके नाना व मां के नाम पर बताया गया है। पिता और नाना दोनों ही एमबीबीएस डॉक्टर रहे हैं। आशुतोष ने बीयू से बीए सेकंड इयर तक पढ़ाई की है। 8 माह पहले एमपी नगर जोन-2 में उसका होटल था। मकान के एक हिस्से में उसकी पत्नी बच्चों के साथ रहती हैं।
सरगना अब भी फरार
इंदौर निवासी धनंजय सिंह उर्फ अन्नू गिरोह का सरगना है। मूलत: उप्र का रहने वाला है, जो अक्सर आशुतोष के घर आता-जाता रहता था। पुलिस के आने की भनक लगते ही आरोपी भाग निकला। उसके भोपाल और इंदौर स्थित तीन ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन वह नहीं मिला।