नई दिल्ली। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि जब एक जमाने में गली का कुत्ता भी बीजेपी के साथ नहीं था, तब हमारी पार्टी ही उसके साथ हमेशा खड़ी रही. उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में बीजेपी के कुछ नेताओं ने अपनी जुबान पर नियंत्रण रखा होता, तो राज्य में शिवसेना के साथ उसके संबंधों में तल्खी नहीं आती। राउत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बीजेपी संसदीय दल की बैठक में दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे. प्रधानमंत्री ने इस बैठक में कहा था कि "ना बैठूंगा, ना ही बैठने दूंगा." राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में बयान दिया है. लिहाजा इस पर शिवसेना सांसद के नाते टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री का संदेश 2019 के लिए है. कई राज्यों में बीजेपी की जो विजय पताका लहराई है, यह उनकी लोकप्रियता की वजह से है. मोदी को अपने विधायकों और सासदों को ऐसा संदेश देने का पूरा अधिकार है. अपनी पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरणा देने का काम उन्हीं का है।
इस मुहिम में बीजेपी के साथ शिवसेना के खड़े रहने के सवाल पर राउत ने कहा कि जब बीजेपी के साथ गली का कुत्ता भी नहीं था, उस जमाने में शिवसेना उसके साथ खड़ी रही. बाल ठाकरे का हाथ हमेशा उसके कंधे पर रहा. पीएम मोदी की ओर से बीजेपी के बड़बोले नेताओं को चुप रहने की नसीहत देने का राउत ने स्वागत किया. दरअसल, प्रधानमंत्री ने कहा था कि उनका बहुत बहुत अभिनंदन जो चुप रहें. राउत ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने ये बात पहले कही होतीं, तो महाराष्ट्र में शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों में तल्खी नहीं आती. राउत के मुताबिक महाराष्ट्र में बीजेपी के कुछ नेताओं ने अपनी जुबान पर नियंत्रण रखा होता, तो ऐसी नौमत नहीं आती।