भोपाल। मप्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तीसरी पारी सेमेस्टर एग्जाम के प्रेशर में ही बीत रही है। एक उपचुनाव खत्म नहीं होता कि दूसरा आ जाता है। भाजपा का सारा दारोमदार शिवराज सिंह पर। प्रत्याशी ही ब्लैकमेल कर लेते हैं। दांव पर प्रतिष्ठा लगती है इसलिए सरकारी खजाना भी खाली करना पड़ता है। अब सिर पर आ गए सेमेस्टर एग्जाम का नाम है अटेर और बांधवगढ़ विधानसभा उपचुनाव।
भिंड जिले की अटेर और उमरिया जिले की बांधवगढ़ विधानसभा सीट पर उप चुनाव के लिए 9 अप्रैल को मतदान और 13 अप्रैल को मतगणना होगी। उप चुनाव की घोषणा के साथ ही दोनों उप चुनाव वाले निर्वाचन क्षेत्र में आदर्श आचरण संहिता लागू हो गई है। घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 14 मार्च को उप चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन-पत्र जमा करवाने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। नामांकन-पत्र जमा करवाने की अंतिम तिथि 21 मार्च निर्धारित है। नामांकन-पत्रों की जांच का कार्य 22 मार्च को होगा तथा 24 मार्च तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. निर्वाचन संबंधी सभी प्रक्रिया 15 अप्रैल तक पूरी कर ली जाएगी।
अटेर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र तत्कालीन विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के निधन के कारण और बांधवगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र तत्कालीन विधायक ज्ञान सिंह के शहडोल संसदीय क्षेत्र से सांसद निर्वाचित होने के कारण रिक्त घोषित किया गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सलीना सिंह ने उप चुनाव वाले दोनों जिले के कलेक्टर एवं रिटर्निंग आफीसर को आदर्श आचरण संहिता का पालन करवाने के निर्देश दिए हैं। होली को देखते हुए दोनों निर्वाचन क्षेत्र में मिलन समारोह एवं अन्य कार्यक्रम में राजनैतिक व्यक्तियों की भागीदारी पर विशेष नजर रखने को कहा गया है।