
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 13 साल से सेना में कार्यरत मैथ्यू एक वीडियो में कुछ साथी जवानों के साथ दिखाई दिए थे, जिसमें जवान अधिकारियों के कुत्ते घुमा रहे थे और बच्चों को स्कूल पहुंचा रहे थे। इस स्टिंग ऑपरेशन के बाद ब्रिटिश काल से चली आ रही सेना में सहायक प्रथा को लेकर विवाद खड़ा हो गया था।
रॉय मैथ्यू 25 फरवरी से अपनी आर्टिलरी यूनिट से लापता थे। सूत्रों के मुताबिक, यह स्टिंग ऑपरेशन इंटरनेट पर पोस्ट किए जाने के बाद से उनके खिलाफ जांच की जा रही थी। वीडियो सामने आने के बाद जांच की जा रही थी कि क्या मैथ्यू प्रताड़ित महसूस कर रहे थे? मैथ्यू को देवलाली के आर्टिलरी सेंटर में एडिशन ऑफिसर के तौर पर तैनात कर्नल रैंक के अफसर के नीचे ड्यूटी पर लगाया गया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद कई अधिकारियों ने मैथ्यू से सवाल-जवाब किए थे।
सूत्रों ने कहा कि वह काफी तनाव में चल रहा था, जिस कारण मैथ्यू 25 फरवरी को अपनी यूनिट से भाग गया था और तभी से लापता था। हालांकि आर्मी के मुताबिक, 24 फरवरी को वीडियो पोस्ट किए जाने के 24 घंटे के भीतर ही मैथ्यू अधिकारी छुट्टी के बिना ही अनुपस्थित चल रहा था।